-केंद्र और राज्य सरकार नहीं कर पा रही कोई फैसला फिलहाल इन पर राज्य एवं केंद्र सरकार कोई फैसला नहीं कर पाई है। अजमेर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. के.के. सोनी के निर्देशों पर होम आईसोलेट किए गए संभावित संक्रमित मरीजों के घरों के बाहर नोटिस चस्पा किया गया है, जिससे वे स्वयं और आस पड़ोस के लोग भी सावचेत रहें। पिछले चौबीस घंटों में भीलवाड़ा जिले के विभिन्न क्षेत्रों से अजमेर पहुंचे 23 लोगों को भीलवाड़ा से प्राप्त सूची के आधार पर जांच के दायरे में ले लिया गया है।
-अजमेर में सड़के सूनी, कोरोना को लेकर सर्वे जारी उधर, कोराना वायरस से बचाव के लिए लागू लॉकडाउन की पालना के तहत मंगलवार को अजमेर में पुलिस के सख्ती बरतने से इसका व्यापक असर देखने को मिल रहा है। शहर में कोरोना वायरस को लेकर सर्वे भी किया जा रहा है। पुलिस ने शहर में सड़कों पर मोर्चा संभाला और लॉकडाउन में बेवजह निकले लोगों से सख्ती से पेश आकर उन्हें लौटाया। अजमेर शहर के पुष्कर रोड, महावीर सर्किल, आगरा गेट, नया बाजार चौपड़, पृथ्वीराज मार्ग, गांधी भवन, आनासागर ङ्क्षलक रोड, अलवरगेट, नला बाजार, दरगाह बाजार जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में कफ्र्यू जैसा नजारा नजर आया।
-निजी चौपहिया वाहनों को रोका, टू-व्हीलर वालों से भी सख्ती…चालान पुलिस ने निजी चौपहिया वाहनों को सड़कों पर आने नहीं दिया, लेकिन टू-व्हीलर वालों के साथ भी सख्ती बरतते हुए उनसे सड़क पर आने का कारण पूछा और संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर उनका चालान बनाया। शहर के मुख्य चौराहों पर पुलिस बल के साथ यातायात पुलिस के मौजूद रहने से बेवजह लोग सड़कों पर नहीं आए, जिससे सड़कें, गलियां, मोहल्ले सूने नजर आए।
-दस-दस शिक्षकों के दल का घर-घर सर्वे शहर के सभी वार्डों में कोरोना वायरस को लेकर दस-दस शिक्षकों के दल विभिन्न कालोनियों में घर-घर जाकर सर्वे का काम कर रहे हैं। दल के लोग सर्वे में बाहर से आने वाले व्यक्ति, बुखार, परिवार के सदस्यों आदि की जानकारी जुटा रहे हैं। सर्वे में सात सौ से ज्यादा शिक्षक सक्रिय हैं। लॉकडाउन के चलते वे एक वार्ड में एक दल में से दो-दो, तीन-तीन लोग होकर सर्वे का काम कर रहे हैं। लॉकडाउन के चलते उन्हें पुलिस की ओर से की गई सख्ती का सामना भी करना पड़ रहा है। पुलिस उनसे ड्यूटी पास की मांग कर रही है, लेकिन उनके पास ड्यूटी पास नहीं हैं।