नाराज होकर स्थगित कर दी स्पीकर ने कार्यवाही—
इससे पहले स्पीकर जोशी ने बुधवार शाम को सत्ता पक्ष के रवैये से नाराज होकर विधानसभा की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया था। इसके बाद जोशी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से वार्ता की और राजी होकर फैसला बदलते हुए सदन की कार्यवाही शुरू करने का निर्णय लिया। सदन की कार्यवाही शुरू करने को लेकर विधानसभा स्पीकर की ओर से नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और सत्ता पक्ष के विधायकों को भी कल इस बारे में सूचित कर दिया गया था।
इससे पहले स्पीकर जोशी ने बुधवार शाम को सत्ता पक्ष के रवैये से नाराज होकर विधानसभा की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया था। इसके बाद जोशी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से वार्ता की और राजी होकर फैसला बदलते हुए सदन की कार्यवाही शुरू करने का निर्णय लिया। सदन की कार्यवाही शुरू करने को लेकर विधानसभा स्पीकर की ओर से नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और सत्ता पक्ष के विधायकों को भी कल इस बारे में सूचित कर दिया गया था।
स्पीकर को अधिकार — विधानसभा सत्र की कार्यवाही को कार्य सलाहकार समिति में 18 सितंबर तक चलाने का फैसला किया था। लेकिन स्पीकर के पास अधिकार होते हैं कि वे इसे पलट सकता है। ऐसे में स्पीकर जोशी ने विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी थी। यहीं नहीं सदन की कार्यवाही को फिर से शुरू करने का अधिकार भी विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी को है और इन्हीं अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी ने फिर से सदन की कार्यवाही शुरू करने का फैसला लिया।