विद्यार्थी की प्रोफाइल में उससे संबंधित सभी जानकारी होगी। जिसमें स्कूल का नाम, स्कूल का प्रकार, ग्राम पंचायत, ब्लॉक, जिला, संस्था प्रधान का नाम और मोबाइल नंबर होंगे। प्रोफाइल पर विद्यार्थी का फोटो भी लगाया जाएगा। विद्यार्थी की प्रोफाइल बनाकर पोर्टफोलियो के कवर पेज पर चस्पा की जाएगी। प्रोफाइल पर अभिभावकों के भी हस्ताक्षर होंगे। इसमें कक्षा 1 से 5 तक के सभी विद्यार्थियों का पूरा डेटा होगा। जिसमें विद्यार्थी के मूल्यांकन से लेकर सृजनात्मक आकलन तक होगा। इसमें शिक्षकों की भी पूरी डिटेल मिलेगी।
पढ़ाई में कमजोर विद्यार्थियों के लिए अलग से योजना बनाई जाएगी। कमजोर स्तर के विद्यार्थियों के शैक्षिक स्तर को सुधारने के लिए अलग से कक्षाएं लगाई जाएंगी। इसमें विद्यार्थियों को स्वयं करने, सीखने और सोचने समझने का अवसर दिया जाएगा। विद्यार्थी की सृजनात्मकता को बोर्ड पर प्रदर्शित करना होगा। कक्षा स्तर के विद्यार्थियों का शैक्षिक स्तर सुधारने के लिए उनके ग्रुप बनाए जाएंगे। कक्षा में बच्चों के स्तर के अनुरूप शिक्षण की व्यवस्था की जाएगी।
कक्षा 3 व इससे आगे की कक्षाओं के प्रत्येक बच्चे को अपनी कक्षा स्तर की हिंदी की पाठ्यपुस्तक पढ़ना आना चाहिए, लिखना आना चाहिए, बणित की मूलभूत जानकारी हो, अंग्रेजी की भी जानकारी हो।