निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने विशेषाधिकार हनन के प्रस्ताव में कहा है कि विधायक के रूप में विधानसभा की सार्वभौमिकता व प्रतिष्ठा बनाये रखना उनका कर्तव्य है। राज्य विधानसभा के 23 सदस्यों के खिलाफ बिना नाम जाहिर किये भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने झूठे आरोप लगाये। इससे राज्य विधानसभा की प्रतिष्ठा को धूमिल हुई है। बिना किसी प्रमाण के सदस्यों के खिलाफ इस तरह के आरोप लगाना पूरी तरह गलत है। पूनिया ने अपने इस आचरण से राज्य विधानसभा व उनके सदस्यों के विषेशाधिकार का हनन किया है।
अपने विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव के साथ विधायक संयम लोढ़ा ने अपने नोटिस में राज्य विधानसभा प्रक्रिया एवं कार्य संचालन नियम 157, 158, 159 का उल्लेख किया हैं । इसके साथ संसदीय इतिहास में विशेषाधिकार हनन के संबंध में हुए मामलों का विवरण एवं उनके निर्णय की प्रति भी विधान सभा सचिव प्रमिल कुमार माथुर को सौंपी।