हलक सूखे तो सड़क पर उतरे
कोरबाPublished: Feb 19, 2016 11:35:00 pm
स्थानीय पंचायत के केशा का बास गांव के बलाई मौहल्ले में बीस दिनों से
पेयजल संकट से जूझ रहे ग्रामीण शुक्रवार को सड़क पर उतर आए। आक्रोशित
महिलाओं ने खाली बर्तनों के साथ प्रदर्शन किया।
स्थानीय पंचायत के केशा का बास गांव के बलाई मौहल्ले में बीस दिनों से पेयजल संकट से जूझ रहे ग्रामीण शुक्रवार को सड़क पर उतर आए। आक्रोशित महिलाओं ने खाली बर्तनों के साथ प्रदर्शन किया।
जानकारी के अनुसार केशा का बास में लगे थ्री फेज बोरिंग का बिल बकाया होने के बाद विद्युत निगम ने कनेक्शन काट दिया जिससे बीस दिन से बनी हुई पानी की टंकी रीति पड़ी है। पेयजल संकट से त्रस्त ग्रामीणों व महिलाओं ने जीएलआर के पास एकत्रित होकर धरना प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने पंचायत प्रशासन व जलदाय विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
बिजली बिल करीब 2.50 लाख रूपए बकाया
आरोप था कि केशा का बास गांव के बलाई मौहल्ले में ग्रामीण पेयजल योजना के तहत पेयजल सप्लाई होती थी। यह योजना वर्ष 2011 तक जलदाय विभाग के अधीन थी। इसके बाद सरकार ने इस योजना को पंचायत प्रशासन के अधीन कर दिया। बोरिंग का बिजली बिल करीब 2.50 लाख रूपए बकाया होने से विद्युत विभाग ने करीब बीस दिन पूर्व बिजली का कनेक्शन काट दिया जिससे पेयजल संकट गहराया गया। ग्रामीणों का आरोप था कि हैण्ड़पम्प भी सूखे पड़े हंै। कृषि कुओं पर पानी भरने के लिए किसानों से माथापच्ची होती रहती है।
टैंकरों से भी पेयजल सप्लाई नहीं
पंचायत प्रशासन द्वारा टैंकरों से भी पेयजल सप्लाई नहीं करवाई जा रही है। कई बार पंचायत प्रशासन व जलदाय विभाग के उच्च अधिकारियों को अवगत कराने के बावजूद भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ग्रामीणों ने जयपुर कलक्टर को ज्ञापन प्रेषित कर पेयजल संकट निदान की मांग की है। साथ ही तीन दिन में पेयजल संकट का निदान नही होने पर पंचायत मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।
केशा का बास गांव के पेयजल स्कीम जलदाय विभाग के अधीन है। बिजली का बिल जलदाय विभाग को जमा कराना चाहिए। पेयजल संकट से हो रही परेशानियों को लेकर विभाग के उच्च अधिकारियों से बातचीत कर सुधार का प्रयास किया जाएगा।
ममता गुप्ता, सरपंच
इधर, बोरिंग चालू कराने पालिका पहुंची महिलाएं
रेनवाल . क्षेत्र में करीब दो दर्जन बोरिंग कि बिजली कनेक्शन काटने के विरोध में शुक्रवार को कस्बे के वार्ड-12 की महिलाएं पालिका कार्यालय पहुंची और कनेक्शन जोड़कर बोरिंग शुरू कराने की मांग की।