इस साल के आखिर में होने जा रहे विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर एआईसीसी की ओर से गठित होने वाली कमेटियों को लेकर खींचतान जारी है। दरअसल खींचतान की वजह नेताओं की आपसी गुटबाजी है। जिसके चलते अभी तक एक भी कमेटी की घोषणा नहीं हो पाई है। प्रदेश कांग्रेस में कई खेमे बंटे हुए हैं, एक खेमका कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत का है तो दूसरा खेमा पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी जोशी का है और तीसरे गुट का नेतृत्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट करते हैं, इसके अलावा पूर्व केंद्रीय भंवर जितेंद्र सिंह और हरीश चौधरी के भी अपने गुट हैं। ऐसे में सभी सभी अपने-अपने लोगों को कमेटियों में एडजस्ट कराने पर जोर लगाए हुए हैं, जिसके चलते सर्वसम्मति से कमेटियों के लिए नामों पर मुहर नहीं लग पा रही है।
कई बैठकें रही बेनतीजा
पार्टी के जानकार सूत्रों की माने तो विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर करीब आधा दर्जन कमेटियों का गठन होना है, इसके लिए प्रदेश से जुड़े पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की दिल्ली में कई बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन आपसी खींचतान के चलते एक भी कमेटी का अभी तक न तो गठन हो पाया है और न ही सदस्यों के नाम फाइनल हो पाए हैं। ऐसे में कमेटियों के गठन को लेक बुलाई गई बैठकें बेनतीजा ही रहीं।
पार्टी के जानकार सूत्रों की माने तो विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर करीब आधा दर्जन कमेटियों का गठन होना है, इसके लिए प्रदेश से जुड़े पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की दिल्ली में कई बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन आपसी खींचतान के चलते एक भी कमेटी का अभी तक न तो गठन हो पाया है और न ही सदस्यों के नाम फाइनल हो पाए हैं। ऐसे में कमेटियों के गठन को लेक बुलाई गई बैठकें बेनतीजा ही रहीं।
इन समितियों पर ज्यादा खींचतान
पार्टी सूत्रों की माने तो सबसे ज्यादा खींचतान दो कमेटियों को लेकर है,जिनमें एक प्रदेश चुनाव समिति और दूसरी चुनाव घोषणा पत्र समिति है। सभी खेमों से जुड़े नेता इसी जुगत में लगे हैं इन कमेटियों में ज्यादा से ज्यादा अपने लोगों को शामिल कराया जाए।
पार्टी सूत्रों की माने तो सबसे ज्यादा खींचतान दो कमेटियों को लेकर है,जिनमें एक प्रदेश चुनाव समिति और दूसरी चुनाव घोषणा पत्र समिति है। सभी खेमों से जुड़े नेता इसी जुगत में लगे हैं इन कमेटियों में ज्यादा से ज्यादा अपने लोगों को शामिल कराया जाए।
ये बनेंगी कमेटियां
प्रदेश में हो रहे विधानसभा चुनाव के लिए एआईसीसी की ओर से आधा दर्जन कमेटियों का गठन किया जाना है, इनमें चुनाव कैंपेन समिति, चुनाव घोषणा पत्र समिति, प्रदेश चुनाव समिति, प्रदेश समन्वय समिति आदि हैं। बताया जाता है कि प्रत्येक कमेटी में एक-एक चेयरमैन सहित आधा दर्जन सदस्य बनेंगे।
प्रदेश में हो रहे विधानसभा चुनाव के लिए एआईसीसी की ओर से आधा दर्जन कमेटियों का गठन किया जाना है, इनमें चुनाव कैंपेन समिति, चुनाव घोषणा पत्र समिति, प्रदेश चुनाव समिति, प्रदेश समन्वय समिति आदि हैं। बताया जाता है कि प्रत्येक कमेटी में एक-एक चेयरमैन सहित आधा दर्जन सदस्य बनेंगे।