जयपुर। प्रदेश की तीन राज्यसभा सीटों पर हो रहा चुनाव में बसपा टिकट पर जीते विधायकों को कांग्रेस में दिखाए जाने की शिकायत चुनाव आयोग में की गई है। शिकायत पर चुनाव आयोग ने रिटर्निंग अधिकारी विधानसभा सचिव और मुख्य निर्वाचन अधिकारी से बुधवार दोपहर तक जवाब मांगा है। शिकायत में बसपा टिकट पर जीते विधायकों को बसपा में दिखाकर मतदान करवाने की मांग की और इस प्रक्रिया में समय लगने की स्थिति में चुनाव स्थगित करने को कहा है। अधिवक्ता हेमंत नाहटा ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर शिकायत की है कि विधानसभा चुनाव के बाद गजट नोटिफिकेशन में 12 दिसंबर 2018 को छह विधायक बसपा के दिखाए गए थे। अब राज्यसभा चुनाव में इन विधायकों को कांग्रेस विधायक दल में शामिल बताया गया है। नाहटा ने कहा है कि दरअसल 16 सितंबर 2019 को बसपा विधायकों ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली थी लेकिन दसवीं अनुसूची के अनुसार उनके मूल राजनीतिक दल बसपा का विलय कांग्रेस में नहीं हुआ है ऐसे में इन विधायकों को कांग्रेस विधायक दल का हिस्सा नहीं बताया जा सकता है। विलय के संबंध में विधानसभा अध्यक्ष एक ट्रिब्यूनल की तरह दलबदल याचिका पेश करने पर सुनवाई कर फैसला कर सकते है। इसी वजह से बसपा विधायकों को राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस से अलग मानते हुए वोटिंग करवाई जानी चाहिए। नाहटा ने बसपा विधायकों को कांग्रेस में शामिल बताए जाने को संविधान, जनमत और प्रजातांत्रिक व्यवस्था के खिलाफ बताया। पत्र मिलने के बाद आयोग ने रिटर्निंग अधिकारी, मुख्य निर्वाचन अधिकारी को शिकायत भेजकर जवाब मांगा है। आयोग ने इसके साथ 2018 के विधायक सूची, राजनीतिक दलों की सूची भी भेजी है।