इसी साल अगस्त माह में भीलवाड़ा मेडिकल कॉलेज में एक छात्रा के साथ रैगिंग का मामला सामने आया, जिसमें 15 छात्राओं को निलंबित कर दिया गया था इसी साल सितंबर माह में भरतपुर मेडिकल कॉलेज में भी एक छात्र के साथ रैगिंग का मामला सामने आया अगस्त माह में चूरू में र्निसंग छात्र के साथ रैगिंग का मामला सामने आया अप्रेल 2018 में एसएमएस मेडिकल कॉलेज में ही कॉलेज के पीजी स्टूडेंटस ने अपने ही साथियों पर मारपीट व रैगिंग का आरोप लगाया था एसएमएस मेडिकल कॉलेज में करीब 10 साल पहले भी रैगिंग का बड़ा मामला सामने आया था, उस समय भी करीब 15 से अधिक विद्र्यािथयों को निलंबित कर दिया गया था
सर्वोच्च न्यायालय, मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग और राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय की ओर से रैगिंग पूरी तरह प्रतिबंधित है। सभी आरोपित विद्र्यािथयों को अग्रिम आदेशों तक निलंबित कर दिया गया है। उन्हें हॉस्टल से भी निष्काषित कर दिया गया है।