भीलवाड़ा। कोर्ट की सख्ती (Strictness of court) के बावजूद कॉलेजों में रैगिंग (Ragging in colleges) की घटनाओं पर लगाम नहीं लग पा रही है। ताजा मामला विजयाराजे सिंधिया राजकीय मेडिकल कॉलेज (Vijayaraje Scindia Government Medical College) में सीनियर छात्राओं ने जूनियर छात्राओं की रैंगिंग ली। घटना का वीडियो वायरल (Video viral) होने के बाद बुधवार को कॉलेज प्रशासन ने गंभीरता दिखाते हुए तीन सदस्यीय जांच कमेटी (Inquiry committee) गठित कर दो दिन में जांच रिपोर्ट मांगी है। कॉलेज में रैगिंग का यह पहला मामला सामने आया है।
डूंगरपुर कॉलेज से स्थानांतरित होकर आई जयपुर निवासी प्रथम वर्ष की एक छात्रा व अन्य जूनियर छात्राओं की मंगलवार रात गल्र्स हॉस्टल में द्वितीय वर्ष की कुछ छात्राओं ने रैगिंग लेकर वीडियो बनाया। वायरल हुआ वीडियो एक छात्रा के परिजन को मिलने पर उन्होंने बुधवार सुबह प्राचार्य डॉ. राजन नंदा को लिखित में शिकायत की।
आज मिलेगी कमेटी की रिपोर्ट शिकायत मिलने पर कॉलेज प्रशासन ने मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की। कमेटी में मुख्य वार्डन के साथ ही लड़कों व लड़कियों के हॉस्टल के वार्डन को शामिल किया गया है। कमेटी गुरुवार को मामले की रिपोर्ट पेश करेगी।
क्या है रैगिंग के वीडियो में वायरल हुए वीडियो में सीनियर छात्राएं जूनियर्स को झुककर एक बार नहीं दस बार सलाम करने की हिदायत दे रही हैं। सीनियर के बुलाने पर भी समय पर आने की बात भी कह रही हैं। प्राचार्य डॉ. नंदा ने बताया कि जो वीडियो वायरल हुआ, वह साफ नहीं है। यह भी तय नहीं हो पा रहा है कि छात्रा कौन है, फिर भी जांच रिपोर्ट आने के बाद खुलासा होगा कि आखिर छात्रा के साथ क्या हुआ था। उन्होंने बताया कि ये वीडियो हॉस्टल परिसर का अवश्य लग रहा है।
रात 12 बजे तक रखते हैं खड़ा मेडिकल कॉलेज में तीन रात से सीनियर छात्राओं ने जूनियर छात्राओं की नींद उड़ा रखी है। पड़ताल में सामने आया है कि द्वितीय वर्ष की कुछ छात्राएं तीन रात से प्रथम वर्ष की छात्राओं की कॉलेज में रैङ्क्षगग ले रही हैं। रैङ्क्षगग भी इस कदर प्रताडि़त करने वाली है कि पीडि़त छात्राएं ढंग से सो भी नहीं पा रही हैं। वे सीनियर छात्राओं को दिन में देखते ही सहम जाती हैं।
हिम्मत कैसे हुई बिना पूछे आने की पड़ताल में ये सामने आया कि ये सीनियर छात्राएं पहले जूनियर्स के कक्ष का दरवाजा खटखटाती हैं और ऊपर के कक्ष में मीटिंग के बहाने बुलाती है। कक्ष में पहले से मौजूद सीनियर्स उनको डांटते हुए कहती हैं, बिना पूछे अंदर आने की हिम्मत कैसे हुई? कॉलेज से निकालने की धमकी देती है। वे जूनियर्स को नाच व गाने के लिए कहती हैं। मोबाइल पर फिल्मी धुन बजवा कर नचवाती हैं। इनकार पर सजा के तौर पर रात बारह बजे तक कक्ष या हॉल के भीतर खड़ा रखा जाता है। ये सिलसिला रात आठ बजे से शुरू होता है।