राहुल गांधी ने ने एक बार फिर मोदी सरकार पर ज़बरदस्त ज़बानी प्रहार किए। जयपुर के मानसरोवर में आयोजित एक कार्यकर्ता सम्मेलन में उन्होंने संसद से हालिया पास हुए महिला आरक्षण बिल और मोदी-अडानी रिश्तों सहित कई मुद्दे उठाते हुए केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने अपने भाषण से कार्यकर्ताओं को बब्बर शेर कहते हुए भरपूर जोश भरा
राहुल गांधी ने कहा कि यहां कार्यकर्ता शांति से बैठे हुए हैं। यहां नफरत की बाजार नहीं, मोहब्बत की दुकान है। अहंकार और नफरत नहीं, मोहब्बत, इज्जत और प्यार है। यह फर्क है बीजेपी और कांग्रेस पार्टी में, दोनों के बीच विचारधारा की लड़ाई चल रही है।
राहुल गांधी ने अपने भाषण में केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर ज़बानी हमले किए। उन्होंने उद्योगपति अडानी का नाम लेकर संसद सत्र का उदाहरण दिया। राहुल ने कहा कि कुछ दिन पहले मैंने पार्लियामेंट में अडानी जी वाला भाषण दिया था, लेकिन ''उनकी'' नई आदत है वो पहले माईक बंद करवा देते थे और अब टीवी भी बंद करवा देते हैं तो शायद बात लोगों तक नहीं पहुँचती।
राहुल गांधी ने विशेष सत्र और महिला आरक्षण बिल को लेकर भी सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण बिल सबसे पहले राजीव गांधी लेकर आए थे। लेकिन इस मौजूदा बिल को लेकर हम कुछ सवाल उठा रहे हैं, जिसका जवाब मांगते हैं।
पहला सवाल- महिला आरक्षण बिल में ओबीसी महिलाओं के लिए आरक्षण क्यों नहीं दिया गया
दूसरा सवाल- बीजेपी के लोग कहते हैं कि महिला आरक्षण करने से पहले नए सेंसस और नए डीलिमिटेशन की जरूरत है लेकिन ये सच नहीं है।
तीसरा सवाल- महिला आरक्षण को तुरंत प्रभाव से लागू क्यों नहीं किया जा रहा? जबकि इसके लिए विधानसभा और लोकसभा की 33% आरक्षण महिलाओं को आज ही दी जा सकती हैं, लेकिन बहाना बनाया जा रहा है। ये चाहते हैं कि महिला आरक्षण 10 साल में लागू हो और हम चाहते हैं महिला आरक्षण आज लागू हो।