दरअसल, कांग्रेस ने राजस्थान विधानसभा में पार्टी से बगावत कर निर्दलीय जीतकर विधानसभा पहुंचने वाले विधायकों को साथ लाने की रणनीति तैयार की थी। पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं को इस सिलसिले में ज़िम्मेदारियाँ भी दी गईं थीं, जिसके बाद उन्होंने ऐसे निर्दलीयों से संपर्क भी साधा था। अब बताया जा रहा है कि 26 मार्च मंगलवार को प्रस्तावित राहुल गांधी के दौरे के दौरान इसका औपचारिक ऐलान किया जा सकता है।
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में इस पर विस्तार से चर्चा की गई है। सूत्रों की मानें तो इस महत्वपूर्ण बैठक में सहमति बनी कि निर्दलीय विधायकों को पार्टी में शामिल कराया जा सकता है।
इसलिए कर रहे निर्दलीयों को पार्टी में शामिल
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक अगर कांग्रेस के मौजूदा मंत्री या विधायक लोकसभा चुनाव जीतते हैं तो राज्य सरकार पर खतरा मंडरा सकता है। ऐसे में निर्दलीय विधायकों के साथ आ जाने से बहुमत का खतरा टल जाएगा। वर्तमान में राज्य विधानसभा में कांग्रेस के 100 विधायक हैं और एक सीट वाली राष्ट्रीय लोकदल के विधायक सरकार में शामिल हैं।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक अगर कांग्रेस के मौजूदा मंत्री या विधायक लोकसभा चुनाव जीतते हैं तो राज्य सरकार पर खतरा मंडरा सकता है। ऐसे में निर्दलीय विधायकों के साथ आ जाने से बहुमत का खतरा टल जाएगा। वर्तमान में राज्य विधानसभा में कांग्रेस के 100 विधायक हैं और एक सीट वाली राष्ट्रीय लोकदल के विधायक सरकार में शामिल हैं।
सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में निर्दलीय विधायकों को साथ लाने का फॉर्मूला रखा गया है। इसमें गहलोत ने तर्क दिया है कि इससे बड़े चेहरों को लोकसभा में उतारने से प्रदेश सरकार पर किसी प्रकार का संकट नहीं आएगा व पार्टी को जालौर सिरोही, जयपुर ग्रामीण, अलवर, सीकर, अजमेर, पाली, टोंक – सवाईमाधोपुर, बांसवाड़ा – डूंगरपुर सीट पर मजबूती मिलेगी।
सीएम गहलोत ने भी साधा संपर्क
जानकारी के अनुसार सीएम अशोक गहलोत ने भी कुछ निर्दलीय विधायकों से हाल ही में मुलाकात की है। लोकसभा का टिकट पाने की आस लगाए कांग्रेस के बागियों के अलावा कुछ भाजपा के बागी विधायक भी कांग्रेस नेताओं के सम्पर्क में है।
जानकारी के अनुसार सीएम अशोक गहलोत ने भी कुछ निर्दलीय विधायकों से हाल ही में मुलाकात की है। लोकसभा का टिकट पाने की आस लगाए कांग्रेस के बागियों के अलावा कुछ भाजपा के बागी विधायक भी कांग्रेस नेताओं के सम्पर्क में है।
इन निर्दलीयों के संपर्क में कांग्रेस
प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे ने भी जयपुर दौरे के दौरान निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा, सुखबीर सिंह जोजावर, राजकुमार गौड, बलजीत यादव, रामकेश मीणा, महादेव सिंह खंडेला, आलोक बेनीवाल, लक्ष्मण सिंह, बाबूलाल नागर और रमीला खाडिय़ा से मुलाकात की थी। हालांकि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट इस फैसले के पक्ष में नहीं बताए जा रहे है। मीडिया के सामने भी पायलट निर्दलीयों की घर वापसी को पूरी तरह से नकार चुके है।
प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे ने भी जयपुर दौरे के दौरान निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा, सुखबीर सिंह जोजावर, राजकुमार गौड, बलजीत यादव, रामकेश मीणा, महादेव सिंह खंडेला, आलोक बेनीवाल, लक्ष्मण सिंह, बाबूलाल नागर और रमीला खाडिय़ा से मुलाकात की थी। हालांकि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट इस फैसले के पक्ष में नहीं बताए जा रहे है। मीडिया के सामने भी पायलट निर्दलीयों की घर वापसी को पूरी तरह से नकार चुके है।