गौरतलब है कि यह गुप एफएमसीजी सेक्टर में बड़ा कारोबार करता है। भारत सहित विदेशों में कंपनी उत्पादों की सप्लाई हैं। खासकर साबून, चाय की पत्ती और मसाला निर्माण में कंपनी की अधिक सक्रियता है। आयकर विभाग को आयकर छापे में कराड़ों रुपए की राजस्व चोरी उजागर होने की संभावना है। कंपनी के गोदामों में स्टॉक और बिक्री आंकडों मे भी अंतर पाया गया है। बैंक लॉकर्स में कई ऐसे दस्तावेज मिले हैं जो बेनामी संपति की ओर भी इशारा करते हैं। अब तक मिले दस्तावेजों में जमीन और कारोबार में बड़े पैमाने पर निवेश की जानकारी सामने आई हैं। कई व्यक्तियों को नकद ऋण भुगतान की भी जानकारी सामने आई है।
विभागीय सूत्रों का कहना है कि यह ग्रुप लम्बे समय से जांच के घेरे में था। आने वाले दिनों में इस तरह की कई बड़ी कार्रवाई राज्य में हो सकती है। दिवाली से पहले विभाग के रडार में राज्यभर के दर्जन कारोबारी ग्रुप हैं। विभाग की अन्वेषण शाखा की टीमें लगातार आइटी रिटर्न खंगाल रही हैं।