इसके अलावा विद्युतीकरण का कार्य पूरा होने की वजह से ट्रैक के नवीनीकरण के लिए भी इस बार ज्यादा बजट दिया गया है। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक इस बार बजट में दौसा-गंगापुर सिटी नई रेललाइन के लिए 160 करोड़ रुपए, गुढ़ा ठठाना-मीठड़ी में बन रहे परीक्षण ट्रैक के लिए 100 करोड़ रुपए बजट आवंटित किया गया है। इसके अलावा आमान परिवर्तन के तहत मावली-बड़ी सादड़ी 50 करोड़, अहमदाबाद से हिम्मत नगर रेलमार्ग के लिए 240 करोड़ रुपए, अजमेर-चित्तौडगढ़़-उदयपुर दोहरीकरण के लिए 50 करोड़ रुपए, जयपुर-रींगस, चूरू व सीकर-लोहारू केलिए 20 करोड़ रुपए, सूरतपुरा-हनुमागढ़-श्रीगंगानगर 10 लाख रुपए बजट आवंटित किया गया है। वहीं दोहरीकरण के लिए अजमेर से बांगड़ ग्राम लाइन के लिए 25 करोड़, गुडिय़ा-मारवाड़ और रेवाड़ी मनहेरू के लिए एक-एक हजार रुपए बजट आवंटित किया गया है। डेगाना से राई का बाग (जोधपुर) के बीच दोहरीकरण के लिए 100 करोड़, फुलेरा से डेगाना के बीच दोहरीकरण के लिए 32 करोड़ रुपए आवंटित किए गए है। सवाईमाधोपुर से जयपुर के बीच दोहरीकरण के लिए 5 करोड़ का बजट दिया है। इधर, रेवाड़ी-सादुलपुर बाइपास लाइन के लिए 10 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत किया गया है।
जयपुर से जोधपुर होगा डबल ट्रैक:
जयपुर के खातीपुरा स्टेशन को सेटेलाइन स्टेशन में बदलने का काम अंतिम दौर में चल रहा है। इसे इसी साल पूरा करना है। इसके लिए बजट में 50 करोड़ रुपए दिए गए है। इससे शुरू हो जाने से जयपुर जंक्शन का भार खत्म हो जाएगा। इधर, जयपुर से फुलेरा तक डबल ट्रैक पर ट्रेनें चलती है, अब जोधपुर तक जाएगी। इसके लिए फु लेरा से राई का बाग (जोधपुर) के लिए दोहरीकरण के लिए 132 करोड़ रुपए दिए गए हैं। इधर जयपुर से सवाई माधोपुर के बीच दोहरीकरण के लिए भी 5 करोड़ रुपए मिले हैं।
विद्युतीकरण के चलते ट्रेनों की गति बढ़ाने पर जोर:
इस बार बजट में इलेक्ट्रिफिके शन के चलते ट्रेनों की गति बढ़ाने पर जोर दिया गया है। ऐसे में ट्रैक के नवीनीकरण के लिए 500 करोड़ रु़पए का बजट दिया गया है। इसके अलावा आधुनिक सिग्नल प्लानिंग, फाटकों पर आरयूबी और आरओबी समेत अनके कार्य के लिए बजट दिया गया है।