266 कोच तैयार किए तैयार
उत्तर पश्चिम रेलवे ने भी चारों मंडल में 266 कोच तैयार कर स्टेशन के समीप तैनात किए। इनकी क्षमता 4 हजार मरीजों को भर्ती करने की थी, लेकिन इसमें एक भी कोरोना मरीज को नहीं रखा गया। हालांकि 150 कोच दिल्ली सरकार को उपलब्ध कराए गए। अब वहां से भी कोच वापस आ गए।
सीटे लगेंंगी- खुलेंंगे रेस्त्रा
– आइसोलेशन कोच में रेलवे ने बाथरूम को बदला। मेडिकल स्टाफ के केबिन बनाई। कुछ सीटे हटाकर डस्टबिन रखें। तकिए-चद्दर के साथ साथ ऑक्सीजन समेत कई इंतजाम किए। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इनमें 20 साल पुराने कोच को रेस्त्रां में बदलने की तैयारी है। नए कोच को फिर से गाडिय़ों में जोड़ा जाएगा।
प्रति कोच एक लाख खर्च
– सामने आया कि देश के 16 जोन में करीबन 50 करोड़ रुपए की लागत से 5200 कोच आइसोलेशन वार्ड में तब्दील किए गए थे। इनमें प्रति कोच एक लाख रुपए खर्च होना सामने आया है। जयपुर में 48, अजमेर( मदार) में 48, उदयपुर में 37, जोधपुर में 83, बीकानेर में 33, लालगढ़ (बीकानेर ) में 17 कोच तैयार किए गए।
अफसर बोले, राज्य सरकार ने नहीं दिखाई रूचि
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि कोच अप्रेल से तैयार थे, लेकिन राज्य सरकार ने कोई मांग नहीं की। उन्होंने कोई रूचि नहीं दिखाई। दिल्ली सरकार ने मांग की तो हमने भेज दिए थे।