एक दिन का वेतन देंगे प्रधानमंत्री कोरोना आपदा राहत फंड में जयपुर
कोरोना से निपटने के लिए ऑल इंडिया एससी—एसटी रेलवे एम्प्लाइज एसोसिएशन ने देशभर में भारतीय रेल व अन्य उत्पादन इकाइयों में कार्यरत लगभग 3.50 लाख रेल कर्मचारियों ने अपने वेतन में से एक दिन का वेतन जो कि करीब सत्तर करोड़ रुपए होता है, प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा कराने की कराने की घोषणा की है। एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी एल बैरवा ने बताया कि रेलवे में कार्यरत लगभग 3.50 लाख एससी—एसटी रेल कर्मचारियों का प्रतिदिन प्रति कर्मचारी औसतन लगभग 2000/- रुपये होता हैं, इस तरह लगभग 70,00,00,000/- (सत्तर करोड़) रुपए प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा होंगे।
कोरोना से निपटने के लिए ऑल इंडिया एससी—एसटी रेलवे एम्प्लाइज एसोसिएशन ने देशभर में भारतीय रेल व अन्य उत्पादन इकाइयों में कार्यरत लगभग 3.50 लाख रेल कर्मचारियों ने अपने वेतन में से एक दिन का वेतन जो कि करीब सत्तर करोड़ रुपए होता है, प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा कराने की कराने की घोषणा की है। एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी एल बैरवा ने बताया कि रेलवे में कार्यरत लगभग 3.50 लाख एससी—एसटी रेल कर्मचारियों का प्रतिदिन प्रति कर्मचारी औसतन लगभग 2000/- रुपये होता हैं, इस तरह लगभग 70,00,00,000/- (सत्तर करोड़) रुपए प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा होंगे।
बी एल बैरवा ने बताया कि कोराना वायरस को वैश्विक महामारी घोषित कर दिया है और इससे निपटने के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकारें भरसक प्रयास कर रही हैं। कई औद्योगिक संस्थान व सामाजिक संस्था प्रधानमंत्री राहत कोष में पैसा जमा करवाकर आर्थिक मदद के लिए आगे आ रहे हैं। प्रधानमंत्री खुद दिन रात इसे मॉनिटर कर रहे हैं। रेल मंत्रालय ने सभी यात्री ट्रैन रद्द करके पूरे देश में लॉक डाउन घोषित कर दिया है। ऐसी विकट परिस्थिति में ऑल इंडिया एससी—एसटी रेलवे एम्प्लाइज एसोसिएशन की केंद्रीय कार्यकारिणी ने यह तय किया है कि वह सम्पूर्ण भारतीय रेल व उत्पादन इकाइयों में कार्यरत लगभग 3.50 लाख एससी—एसटी रेल कर्मचारियों के वेतन में से एक दिन का वेतन उनके मासिक वेतन में से कटौती करवाकर सीधे ही प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा करवाने का कार्य करेगी। एसोसिएशन अपने इस संकल्प को पूरा करने के लिए देशव्यापी अभियान चलाएगी तथा इस राष्ट्रीय आपदा में अपना योगदान देगी।