बीते 24 घंटे में प्रदेश के अधिकांश जिलों में दिन और रात में पारा अब सामान्य या उससे कम दर्ज हो हुआ है। वहीं तेज रफ्तार से बह रही पुरवाई हवा ने दिन में धूप की तपन कम कर दी है और सुर्यास्त के बाद मौसम में हल्की ठंडक भी महसूस होने लगी है। राजधानी जयपुर में बीती रात से घने बादलों की आवाजाही तेज रफ्तार से बही पुरवाई हवा के साथ रही है। आज सुबह भी शहर में मेघ छाए रहे वहीं बीती शाम शहर के कुछ इलाकों में छिटपुट बौछारें भी गिरी हैं। शहर में आज सुबह छह बजे अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ वहीं शहर के बाहरी इलाकों में हल्की धुंध का असर भी नजर आया है।
अस्सी टीएमसी से ज्यादा पानी की निकासी के बाद भी बीसलपुर डेम ( Bisalpur Dam ) छलक रहा है। डेम के खुले एक गेट से प्रति सैकंड नौ हजार क्यूसेक पानी की निकासी बनास नदी में हो रही है वहीं त्रिवेणी में भी पानी का बहाव दो मीटर उंचाई पर रहा है। बारिश का दौर कमजोर पड़ने के बावजूद बीसलपुर डेम में पानी की आवक लगातार बनी हुई है। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने आगामी दिनों में पानी की आवक कम होने पर डेम से पानी की निकासी कम करने की बात कही है।
चार जिले हुए मायूस
प्रदेश में इस बार सामान्य से 42.2 फीसदी ज्यादा बारिश होने के बावजूद चार जिलों में बारिश का आकंड़ा सामान्य से बीस फीसदी कम रहा है। अलवर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और करौली जिलों को मानसून ने इस बार निराश किया है। जबकि अजमेर, बूंदी, चित्तौड़, झालावाड़, कोटा, प्रतापगढ और राजसमंद में सामान्य से 60 फीसदी ज्यादा बारिश के साथ मेघ सबसे ज्यादा मेहरबान हुए हैं। वहीं 13 जिलों में सामान्य से 20 से 59 फीसदी ज्यादा हुई और नौ जिलों में बारिश का दौर इस बार सामान्य रहा है।