जयपुर मौसम केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि वर्तमान में बंगाल की खाड़ी में एक नया कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके प्रभाव से 16-17 अक्टूबर को राज्य के ज्यादातर भागों में पूर्वी हवाएं प्रभावी होंगी। साथ ही एक नया पश्चिमी विक्षोभ भी उत्तर पश्चिमी भारत के क्षेत्रों के उपर सक्रिय होगा। इन दोनों सिस्टम के प्रभाव से पूर्वी राजस्थान के जयपुर, भरतपुर व कोटा संभाग के जिलों में 16-17 अक्टूबर को मेघगर्जन के साथ कुछ स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होगी।
वहीं पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर संभाग के जिलों में भी इस दौरान कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की संभावना है। बारिश या ठंड़ी हवाएं चलने से दिन के तापमान में तीन-चार डिग्री की गिरावट होगी। वहीं रात का तापमान कुछ बढऩे की संभावना है। इस सिस्टम का असर 18- 19 अक्टूबर से समाप्त होगा। सिस्टम का असर खत्म होते ही रात के तापमान में फिर से तीन-चार डिग्री की बढ़ोतरी होगी।
किसानों के लिए सलाह
जयपुर मौसम केंद्र ने किसानों के लिए सलाह भी जारी की है कि जो फसलें पक कर तैयार हैं, उन्हें भीगने से बचाने के लिए उचित प्रबंध करें। कृषि मंडीयों, व खेतों में खुले आसमान में रखे अनाज को भी भीगने से बचाने के लिए सुरक्षित स्थान पर भंडारण करें।
एक दिन में साढ़े चार डिग्री की गिरावट
बीती रात अचानक ज्यादा ओस गिरने से नमी की मात्रा बढ़ गई। फतेहपुर में अधिकतम तापमान 33.5 डिग्री और न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। एक रात में न्यूनतम तापमान करीब साढे चार डिग्री गिर गया। दिन के तापमान में भी करीब डेढ़ डिग्री तक की गिरावट आने से मौसम में बदलाव का अहसास हुआ।