काला कानून आने से भ्रष्टाचार बढ़ेगा, आमजन को इससे परेशानी होगी। राजस्थान पत्रिका ने इस कानून के खिलाफ जो आवाज उठाई है वह सराहनीय कदम है। शेर सिंह चौहान, शिक्षक नेता काला कानून लाना सरकार की सोची समझी साजिश है। शिक्षक संगठन इसका विरोध करता है। सरकार से मांग है कि इस कानून को वापस लिया जाए। इस कानून के खिलाफ आवाज उठाने वाले समाचार पत्र को हम साधुवाद देते हैं। राजेश शर्मा, शिक्षक नेता
सरकार सिर्फ कुछेक भ्रष्ट लोकसेवकों को बचाने के लिए यह कानून लेकर आ रही है, जो गलत है। अधिकांश लोक सेवक इस कानून के विरोध में हैं। राजस्थान पत्रिका की ओर से इस कानून के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का हम स्वागत करते हैं। नारायण सिंह, शिक्षक नेता
भ्रष्टाचार को काला कानून से बढ़ावा मिलेगा। प्रजातंत्र के चौथे स्तम्भ के भी यह खिलाफ है। इस कानून की हम निंदा करते हैं। सरकार को यह कानून वापस लेना चाहिए। राजस्थान पत्रिका समूह द्वारा इस कानून का जो विरोध किया जा रहा है वह वाजिब है। अंजनी कुमार शर्मा, शिक्षक नेता
राज्य सरकार की ओर से लाए गए इस कानून का बहुत विरोध करता हूं। जब तक ये काला कानून सरकार वापस नहीं ले लेती तब तक इसका विरोध करुंगा। ये लोकतंत्र है राजतंत्र नहीं कि सरकार अपनी मनमानी करेगी और जनता चुप बैठेगी। घनश्याम मूलानी, समाज सेवी
ये काला कानून सिर्फ सरकार के भले के लिए लाया जा रहा है। किसी भी सूरत में इसे पास नहीं होने देंगे। पूरा समाज इसका घोर विरोध करता है। प्रेमचंद, व्यापारी