सिंह ने परेड की सलामी ली और श्रेष्ठ प्रशिक्षुओ को सम्मानित किया। सर्वश्रेष्ठ निशानेबाज का पुरस्कार कॉन्स्टेबल अंकित कुमावत को प्रदान किया गया। इनडोर बेस्ट का पुरस्कार कॉन्स्टेबल रतीराम यादव को मिला। पीटी बेस्ट का पुरस्कार मनीष कुमार को मिला। ड्रिल में सूरज मीना व आउट डोर में देवकरण गुर्जर अव्वल रहे। ऑल राउंड बेस्ट का पुरस्कार सुरेन्द्र कुमार बंशीवाल को प्रदान किया गया।
महानिदेशक पुलिस सिंह ने प्रशिक्षण पूर्ण होने पर प्रशिक्षुओं को बधाई दी एवं उत्कृष्ट परेड के लिए प्रशिक्षुओं व उनके उस्तादों की सराहना की। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि सीआईएसएफ ने अपनी प्रतिष्ठा के अनुरूप नव आरक्षीगणों को उच्च कोटी का प्रशिक्षण दिया है।
सिंह ने कहा कि पुलिस के सिपाही विभाग की नींव होते है और नींव से ही इमारत मजबूत होती है। राजस्थान पुलिस के गौरवशाली इतिहास का स्मरण करते हुए उन्होंने जवानों से बिना किसी भय, प्रलोभन और भेदभाव के साथ जन सेवा करने का आह्वान किया।
महानिदेशक पुलिस ने कॉन्स्टेबल को आदर्श जनसेवी पुलिसकर्मी के रूप में सेवा के लिए कटिबद्ध होकर निर्बल का संबल बनने का आह्वान किया। उन्होंने आमजन में विश्वास और अपराधियों में भय के अनुरूप आचरण करने की आवश्यकता प्रतिपादित की व प्रशिक्षण के महत्व पर प्रकाश डाला।
आरटीसी, भिलाई के उप महानिरीक्षक उत्तम कुमार सरकार ने अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षुओं को पुलिस कर्तव्यों के साथ ही नवाचारों व आधुनिक पुलिसिंग के बारे में सघन प्रशिक्षण प्रदान किया गया। उन्होंने प्रशिक्षुओं को कर्तव्य निष्ठा की शपथ दिलाई।
केन्द्र के सीनियर कमांडेंट अमित माथुर ने धन्यवाद ज्ञापित किया व जयपुर आयुक्तालय के नव आरक्षी कॉन्स्टेबल देवकरण गुर्जर ने दीक्षांत परेड का नेतृत्व किया।