विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने जवानों की शहादत पर गहरा दुख जताया हैं। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि: वह दो बहादुर भारतीय शांति सैनिकों को खोने पर बहुत दुखी हैं। 'आक्रोशपूर्ण हमलों' के अपराधियों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए और उन्हें न्याय कठघरे में लाया जाना चाहिए। जानकारी के अनुसार शहीद सांवलाराम विश्नोई 1999 में सीमा सुरक्षा बल में भर्ती हुए थे। विश्नोई दो महीने पहले ही कांगो रवाना हुए थे। इससे पहले वे बांग्लादेश बॉर्डर पर तैनात थे। कांगो जाने से पहले वह 15 दिन के लिए घर पर भी आए थे। विश्नोई के शहीद होने का समाचार जैसे ही पहुंचा पूरा गांव शोक में डूब गया। परिजन को सांवलाराम की डेडबॉडी का इंतजार है। किसी भी एजेंसी की ओर से यह जानकारी नहीं दी गई है कि शव घरवालों को कब तक सुपुर्द किया जाएगा।
हिंसा जारी
जानकारी के अनुसार कांगो के पूर्वी शहर गोमा और बुटेम्बो में हिंसा अभी जारी है। संयुक्त राष्ट्र विरोधी हिंसक प्रदर्शन में मंगलवार को कम से कम 15 लोगों के मारे जाने और 50 से अधिक के घायल होने की सूचना है। इनमें शांति सेना के जवान भी शामिल हैं।
DG BSF & all ranks express condolences on the sad demise of HC Shishupal Singh & HC Sanwala Ram Vishnoi on 26 Jul 2022, deployed with UN Peace Keeping Contingent (@MONUSCO) in Democratic Republic of Congo.
— BSF (@BSF_India) July 27, 2022
Prahari Parivar stands by their families in these trying times.#JaiHind pic.twitter.com/HF8Sv5FS9w