'आप' सदस्यता को लेकर उत्साह
दिल्ली और पंजाब के बाद अब आम आदमी पार्टी की नज़र राजस्थान में भी सरकार बनाने की है। इस कवायद में पार्टी का फोकस फिलहाल सदस्यता अभियान पर है। पंजाब में पार्टी की परफॉर्मेंस को भुनाकर यहां ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को संगठन के साथ जोड़ने की कोशिशें शुरू हो गई हैं। लोगों में भी पार्टी के साथ जुड़ने को लेकर उत्साह देखा जा रहा है।
'आप' का दामन थाम रहे लोग
आप पार्टी के राजस्थान में सक्रीय होने के साथ ही लोगों को अब कांग्रेस-भाजपा का विकल्प मिल गया है। यही वजह है कि आप पार्टी के साथ जुड़ने वाले लोगों की संख्या में भी अचानक से इज़ाफ़ा होने लगा है। इसी कड़ी में पिछले दो-तीन दिन में सैंकड़ों लोगों ने आप राजस्थान का दामन थामा है। खासकर श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ बेल्ट में कई लोगों ने आप पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है।
राजस्थान में बढ़ रहा है आप का कारवां
— AAP Rajasthan (@AAPRajasthan) March 20, 2022
श्री गंगानगर में सैकड़ों लोग @AamAadmiParty में शामिल हुए, प्रदेश सह प्रभारी @KhemchandAAP एवं प्रदेश सचिव @devendrashastri ने सभी को AAP की सदस्यता दिलाई। pic.twitter.com/QiaMwXuEXN
आज आम आदमी पार्टी हनुमानगढ़ द्वारा रावतसर मे हुए कार्यकर्ता समेलन में कांग्रेस से पूर्व पार्षद ज्योति प्रकाश जी के साथ 50 कार्यकर्ताओं सहित ढोली समाज ने आम आदमी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की pic.twitter.com/gqBWty8KZS— AAP Hanumangarh (@AAP4Hanumangarh) March 20, 2022
जयपुर में भी दिखेगी 'ताकत'
राजस्थान में आप पार्टी अपने चुनावी मिशन की औपचारिक शुरुआत राजधानी जयपुर से करने जा रही है। यहां 26 और 27 मार्च को जयपुर के बिड़ला सभागार में दो दिवसीय प्रदेश स्तरीय कार्यकर्ता 'विजयोत्सव' सम्मेलन के ज़रिये मिशन 2023 का शंखनाद किया जाएगा।
प्रदेश प्रभारी व सांसद संजय सिंह की मौजूदगी में पंजाब में मिली जीत का जश्न भी मनाया जाएगा, साथ ही राजस्थान में चुनाव जीतने को लेकर रोडमैप भी तैयार किया जाएगा। इसी कार्यक्रम के दौरान पार्टी की कोशिश कई प्रमुख लोगों को सदस्यता ग्रहण करवाकर विरोधियों को ताकत दिलवाने की भी रहेगी।
कांग्रेस-भाजपा से परेशान जनता, आप विकल्प: खेमचंद
''आम आदमी पार्टी की रीति और नीतियों पर जनता का भरोसा लगातार बढ़ रहा है। यही वजह है कि दिल्ली के बाद पंजाब में पार्टी पूरे दमखम के साथ जीतकर आई है। पार्टी की यह विजय यात्रा आगे भी जारी रहेगी और इसका असर राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव में भी नजर आएगा। पार्टी ने इसके लिए अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। प्रदेश की जनता कांग्रेस और भाजपा दोनों से परेशान है और आम आदमी पार्टी इन दोनों पार्टियों के विकल्प के रूप में उभरी है।'' -- खेमचंद जागीरदार, प्रदेश सह प्रभारी, आम आदमी पार्टी