शराबबंदी के सवाल पर बोले परसादीलाल: दवा या दारू जिसको जो जरूरत है वह ले, शराब शराबबंदी के लिए जनजागरण कर सकती है, फिर भी कोई पीए तो क्या करें. कहा..सरकार की नई नीति शराब माफियाओं को समाप्त करना
विकास जैन / जयपुर। चिकित्सा और आबकारी मंत्री परसादीलाल मीणा ने कहा है कि जहरीली शराब पीकर मरने से अच्छा है कि सरकारी शराब पी ले। बुधवार को सचिवालय में अपने नए विभागों का कामकाज संभालने के बाद मीडिया कर्मियों के शराबबंदी के सवाल पर मीणा ने कहा कि किसी को दवा या दारू की जरूरत है तो वह ले..। सरकार तो शराबबंदी के लिए जनजागरण ही कर सकती है।
आबकारी मंत्री ने कहा कि पटना में शराबंदी है, वहां कितने लोग जहरीली शराब से मर गए। मरने के बजाय तो अच्छा है कि सरकारी शराब पी ली जाए। मीणा ने कहा कि गुजरात में शराबबंदी है, लेकिन वहां शराब नहीं बिक रही क्या। आगे कहा कि सरकार की नई नीति शराब माफियाओं को समाप्त करना है।
जरूरत पड़ी तो वैक्सीन नहीं लगवाने वालों पर करेंगे सख्ती चिकित्सा मंत्री मीणा ने कहा कि प्रदेश में 83 प्रतिशत से अधिक लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली और 53 प्रतिशत से अधिक लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज लगाई जा चुकी है। लेकिन दोनों डोज लगाए बिना कोरोना से लड़ाई अधूरी रहेगी। ऐसे में अधिकारियों को समयबदृध कार्यक्रम बनाकर जल्द से जल्द दूसरी डोज से वंचित लोगों का वैक्सीनेशन करने के निर्देश दिए जाएंगे। चिकित्सा मंत्री ने कहा कि जरूरत पड़ी तो वैक्सीन नहीं लगवाने वालों पर सख्ती भी करेंगे।