सूचना पर वन विभाग की टीम ने वहां से दुर्लभ प्रजाति के 21 कछुए बरामद किए। इनमें 13 बड़े व 8 छोटे स्टार कछुए शामिल हैं। कछुए मिलने पर वन विभाग की ओर से भी आरोपियों के खिलाफ वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत अलग से प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की गई।
अपने रिश्तेदारों को जमकर नोट बांटे एसओजी ने बताया कि सोसायदी के पदाधिकारियों ने अच्छे काम के नाम पर भी अपने रिश्तेदारों को 225 करोड़ रुपए बांट दिए। जांच में सामने आया कि मोदी बदर्स ने सोसायटी में अच्छे काम करने के लिए खुद की ही एक समिति बना ली और उसे समिति की रिपोर्ट के आधार पर अपने रिश्तेदारों को जमकर नोट बांटे। साथ ही परिवार के सदस्यों को बिना बोर्ड की स्वीकृति के करोड़ों रुपए का लोन भी दे दिया, जो आज तक वापस नहीं लौटाए गए। सोसायटी की ओर से फर्जी दस्तावेजों से दिए गए लोन की जांच भी की जा रही है।
गबन की ज्यादातर रकम ठिकाने लगा देने की जानकारी एसओजी का कहना है कि जांच-पड़ताल में गबन की ज्यादातर रकम आरोपियों की ओर से ठिकाने लगा देने की जानकारी सामने आई है। इसके चलते गिरफ्तार आरोपी मुकेश मोदी और इसके भाई वीरेंद्र मोदी, भरत मोदी सहित इनके परिवार वालों के सिरोही में तीन-तीन बीघा क्षेत्र में बंगले, करीब 200 प्लाट और यहां शिप्रापथ, अजमेर रोड और भांकरोटा में बहुमंजिला इमारातो को भी जांच के दायरे में लिया गया है। डीजी, एटीएस-एसओजी डा. भूपेंद्र सिंह का कहना है कि गिरफ्तार आरोपियों की तमाम चल-अचल संपत्तियों की भी जांच की जा रही है।