इस मंत्रिमंडल की औसत आयु 59 साल है। तीस के इस मंत्रिमंडल में सबसे कम आयु खेल मंत्री अशोक चांदना की है, वे 37 साल के हैं, वहीं सबसे अधिक उम्र शांति धारीवाल की है। वे 78 वर्ष के हैं। रविवार को जिन 15 मंत्रियों ने शपथ ली है, उनमें सबसे कम उम्र के टीकाराम जूली हैं। उनकी उम्र 41 वर्ष है, जबकि सबसे अधिक आयु के मंत्री हेमाराम चौधरी हैं। चौधरी की उम्र 73 साल है। प्रदेश के मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री समेत छह मंत्री ऐसे हैं, जिनकी आयु 70 से 80 साल के बीच है। सात मंत्री ऐसे हैं, जिनकी आयु 60 से लेकर 69 के बीच हैं। बारह मंत्री ऐसे हैं, जिनकी उम्र 50 से लेकर 59 वर्ष के बीच है। चार मंत्री ऐसे हैं, जिनकी उम्र 40 से 49 साल के बीच हैं। मात्र एक ही मंत्री ऐसे हैं, जिनकी उम्र चालीस साल से नीचे है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का मंत्रिमंडल शिक्षित है। सभी मंत्री दसवीं या उससे ज्यादा पढ़े लिखे हैं। सीएम गहलोत समेत कई मंत्री तो उच्च शिक्षित हैं। भजन लाल जाटव, विश्वेन्द्र सिंह, लाल चंद कटारिया सैकंडरी पास है, वहीं भंवर सिंह भाटी हायर सैकंडरी पास हैं। इनके अलावा ज्यादातर के पास स्नातक या उससे ऊपर की डिग्री है। खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बीएससी, एमए, एलएलबी किए हुए हैं। अशोक गहलोत, बीडी कल्ला, शांति धारीवाल, टीकाराम जूली, हेमाराम चौधरी, जाहिदा और बृजेन्द्र सिंह ओला ने वकालत की डिग्री भी ले रखी है। इसी तरह रमेश मीणा के पास प्रोफेशनल डिग्री है। महेश जोशी के पास पत्रकारिता की डिग्री भी है।
राजस्थान का मंत्रिमंडल करोड़पतियों से भरा पड़ा है। एक को छोड़ सभी के पास चल-अचल सम्पत्ति के रूप में करोड़ों रुपए की सम्पत्ति हैं। विधानसभा चुनाव के समय दिए गए सम्पत्ति ब्यौरे के तहत उदय लाल आंजना के पास 55 करोड़ रुपए से ज्यादा की सम्पत्ति है, वहीं राजेन्द्र यादव के पास 35 करोड़ रुपए से ज्यादा की सम्पत्ति है।