सदन में कांग्रेस की विधायक शकुंतला रावत ( Shakuntala Rawat ) ने गोशालाओं के लिए किसी भी किस्म की जमीनकी रजिस्ट्री को तहसील स्तर पर प्रावधान करने का गैर सरकारी संकल्प प्रस्तुत किया था। इस दौरान राठौड़ ने पहले शंकुतला रावत पर टिप्पणी की, फिर कहा कि संसदीय कार्यमंत्री के गाय को जानवर बताने का विरोध किया। यह कहते ही कांग्रेस के विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान संसदीय कार्यमंत्री धारीवाल ने कहा कि चूंकि उनका नाम लेकर आरोप लगाया गया है, इसलिए वह इसका जवाब देंगे।
उन्होंने कहा कि गाय को लेकर जो कुछ भी कहा वह वीर सावरकर की किताब में लिखा है। एक शब्द भी खुद की तरफ से नहीं बोला, यदि कोई ऐसा साबित कर दें तो वह सजा भुगतने को तैयार है। इसके बावजूद भी हंगामा जारी रहने पर सभापति राजेन्द्र पारीक ने सख्ती दिखाई और किसी भी विधायक के बयान अंकित नहीं करने की घोषणा कर दी। इसके बाद राठौड़ अपनी बात रख पाए और उन्होंने रावत पर की गई टिप्पणी को भी वापस ले लिया।
इसके कुछ देर बाद कांग्रेस विधायक गिर्राज मलिंगा गाय संरक्षण पर बोल रहे थे। इस दौरान भाजपा विधायक मदन दिलावर ने बीच में बोलना शुरू कर दिया। इसके चलते मलिंगा काफी नाराज हो गए। उन्होंने सदन में ही दिलावर से तू—तू, मैं—मैं शुरू कर दी। इसके बाद भी मलिंगा नहीं रुके उन्होंने दिलावर से यह तक कह दिया कि क्या तूने हिन्दू और गाय को बचाने का ठेका ले रखा है।
धारीवाल ने कहा था गाय को पूजना व्यर्थ संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने पिछले दिनों विधानसभा में वीर सावरकर की किताब में हिंदुत्व की अलग अवधारणा दी थी। इस किताब में गाय को लाभदायक पशु तो बताया है, लेकिन उसे पूजे जाने में कोई सैंस नहीं कहा है। पूजा तो सुपर ह्यूूमन को जाता है, पशुओं को पूजना व्यर्थ है।