दरअसल, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी की प्रश्नकाल में पूरक प्रश्न पूछने पर सख्ती के मामले ने तूल पकड़ा हुआ है। इसी वजह से स्पीकर और विपक्ष के बीच गतिरोध बना रहा। जैसा की प्रतिपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने तय किया था कि अब जिस विधायक का सवाल होगा बस वही विधायक सदन में मौजूद रहेगा। ऐसे में प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष से सिर्फ प्रश्न पूछने वाला ही विधायक मौजूद रहा।
ऐसे बना पूरक प्रश्नों को लेकर गतिरोध
विधानसभा में बुधवार को प्रश्नकाल में जवाब के दौरान पूर्ववर्ती सरकार पर की गई टिप्पणी से प्रतिपक्ष के सदस्य भड़क गए। नारेबाजी करते हुए वेल में आने के बाद भाजपा सदस्य प्रश्नकाल का बहिर्गमन कर गए। सदन में केवल वे ही भाजपा सदस्य रुके, जिनके प्रश्न लगे हुए थे। चार प्रश्नों के बाद प्रश्नकाल प्रतिपक्ष की गैर मौजूदगी में चला।
भाजपा विधायक कालीचरण सराफ ने प्रदेश में शिक्षित बेरोजगारों के जिलेवार विवरण के साथ बेरोजगारी भत्ते के भुगतान की जानकारी मांगी। सराफ से पहले तीन सवाल लग चुके थे। सराफ का प्रश्न चौथा था। कौशल नियोजन एवं उद्यमिता राज्य मंत्री अशोक चांदना के जवाब से सराफ संतुष्ट नहीं हुए।
उन्होंने फिर पूरक प्रश्न किया कि राज्य में मुख्यमंत्री युवा संबल योजना के तहत कितने बेरोजगार शिक्षित युवाओं को लाभान्वित किया गया। इस पर चांदना के जवाब से सराफ संतुष्ट नहीं हुए। प्रतिपक्ष नेता गुलाब चंद कटारिया ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि बांसवाड़ा जिले में 24 हजार बेरोजगार पंजीयन हैं। उनमें केवल 132 को ही लाभान्वित किया गया, जबकि शेष को इसके लिए पात्र क्यों नहीं माना गया। उन्होंने कहा कि कमोबेश यही स्थिति समूचे प्रदेश में है। इस पर सत्ता पक्ष की ओर से शेम-शेम की आवाज आई। इस पर राज्यमंत्री चांदना ने कह दिया कि पूर्ववर्ती सरकार के लिए शेम-शेम कहना चाहिए। उनकी इस टिप्पणी पर भाजपा सदस्य नारेबाजी करते हुए वेल में आ गए।
अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी के हंगामे के चलते भी प्रश्न काल जारी रखने से नाराज नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया भाजपा सदस्यों के साथ यह कहते हुए बहिर्गमन कर गए कि उनकी बात नहीं सुनी जा रही है तो बैठने का कोई औचित्य नहीं है।
प्रदेश की सेहत और सफाई पर मंथन
विधानसभा सत्र के चौथे चरण में विभागों की अनुदान मांगों पर चर्चा बुधवार से शुरू हुई। अनुदान मांगों पर चर्चा के क्रम में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अनुदान मांगों पर चर्चा होगी। चर्चा के बाद चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा प्रदेश की सेहत का रोडमैप रखेंगे और सेहत से जुड़ी कुछ और घोषणाएं भी कर सकते हैं।
इधर, विधानसभा में प्रश्नकाल में जनहित के मुद्दों की गूंज रही। आज विधायक बलवान पूनिया ने गेगामेडी मंदिर में चढ़ावे के गबन का मामला उठाया। विधायक बलवान पूनिया ने पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने पूछा कि मंदिर में 1 करोड़ 24 लाख रुपए का गबन हुआ है। ये राशि मंदिर में आने वाले भक्तों की सुविधाओं पर खर्च होनी थी। पूनिया के जवाब पर पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि मंदिर में 1 करोड़ 24 लाख का गबन हुआ है। इस माममले में संबधित अधिकारी को चार्जशीट दे दी गई है और इस पूरे मामले की जांच करवाई जा रही है।