लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस ने प्रदेश में अपने 2 विधायकों और 5 हारे हुए विधायकों पर दांव खेला, लेकिन सभी चुनाव हार गए। वहीं भाजपा का एक हारा हुआ विधायक भी सांसद बन गया। भाजपा ने बाड़मेर से विधानसभा चुनाव में हारे हुए उम्मीदवार कैलाश चौधरी को मानवेंद्र सिंह के खिलाफ उतारा था। कैलाश चौधरी ने मानवेंद्र सिंह को करारी शिकस्त दी है। मंडावा से विधायक नरेंद्र खींचड़ को भी पार्टी ने सांसदी का चुनाव लड़ाया, उन्होंने भी जीत दर्ज की है। आपको बतों दें कि झुंझुनूं से भाजपा ने संतोष अहलावत का टिकट काटकर नरेंद्र खींचड़ को उम्मीदवार बनाया था।
कांग्रेस ने पिपलदा विधायक रामनारायण मीणा को कोटा और सादलपुर विधायक कृष्णा पूनिया काे जयपुर ग्रामीण से उम्मीदवार बनाया था। ये दोनों ही चुनाव हार गए। इसके अलावा कांग्रेस ने पिछले विधानसभा चुनाव में हारे हुए 5 प्रत्याशियों पर भी दांव खेला था। इनमें विधानसभा में चूरू से हारे रफीक मंडेलिया, सूरजगढ़ से श्रवण कुमार, झालरापाटन में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से हारे मानवेंद्र सिंह, रानीवाड़ा से चुनाव हारने वाले रतन देवासी व सलूंबर से हारे रघुवीर मीणा को लाेकसभा का टिकट मिला था। इनमें से किसी को भी जीत नहीं मिली।