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BIG NEWS: चुनावी सरगर्मियों के बीच ‘पड़ोसी’ मध्य प्रदेश में 50 करोड़ जब्त, राजस्थान में भी ‘काला धन’ सक्रिय!

locationजयपुरPublished: Nov 13, 2018 01:34:35 pm

Submitted by:

Nakul Devarshi

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Rajasthan assembly election 2018 Black money Hawala Racket
जयपुर/भोपाल।

राजस्थान सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां उफान पर हैं। राजनीतिक दल जहां ‘जिताऊ’ प्रत्याशियों के चयन में दिन-रात मंथन करने में जुटे हैं वहीं निर्वाचन विभाग शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न करने की कवायद में है। वहीं इस बीच परदे के पीछे गुपचुप तरीके से एक अलग ही खेल चल रहा है। ये खेल है चुनाव में राजनीतिक दलों और उनके प्रत्याशियों की फंडिंग का। माना जा रहा है कि पिछले चुनावों के मुकाबले इस बार के चुनाव में बड़े पैमाने पर धन-बल का प्रयोग किया जाएगा। इसी अंदेशे को भांपते हुए निर्वाचन विभाग भी अपने सूत्रों और तंत्रों का इस्तेमाल करते हुए इनपर नकेल कसने की कोशिशों में जुटा हुआ है। राजस्थान में पिछले दिनों पुलिस ने एक बड़े हवाला नेटवर्क का भंडाफोड़ किया था, अब प्रदेश से सटे मध्य प्रदेश में भारी-भरकम मात्रा में नकदी जप्त की गई है। प्रदेश में अभी तक 12 करोड़ रुपए की नकदी और एक एक करोड लीटर से ज्यादा अवैध शराब जब्त की जा चुकी है।
जप्त राशि और सामान का आंकड़ा 50 करोड़ के पार
राजस्थान में सियासी ‘महासंग्राम’ के बीच पडोसी राज्य मध्यप्रदेश से बड़ी खबर सामने आई है। यहां विधानसभा चुनाव के लिए लागू आदर्श आचार संहिता के बाद अब तक के पैंतीस दिनों में विशेष तलाशी अभियान के दौरान 20 करोड़ 58 हजार रुपए से अधिक नकद जब्त की गई है। इस धनराशि के साथ जप्त हुई अन्य सामानों को भी जोड लिया जाए तो ये आंकड़ा कुल 50 करोड़ रुपए से भी ज़्यादा का पहुंचता है।
एमपी में हुई इस जप्ती कार्रवाई में 7 करोड़ 43 लाख रूपयों से अधिक की सोना-चांदी, लगभग 10 करोड़ रुपए की अवैध शराब, साढ़े 5 करोड़ रुपए के मादक पदार्थ और छह करोड़ रुपयों से अधिक का अन्य सामान शामिल है। राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बी एल कांताराव ने बताया कि छह अक्टूबर को आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद सभी 51 जिलों में विशेष दल बनाकर विशेष तलाशी अभियान के दौरान नगदी समेत 49 करोड़ 43 लाख रुपए से अधिक की सामग्री जब्त की गई है, जो वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव के दौरान जब्त की गई कुल सामग्री से लगभग दोगुना है।
उदयपुर में सड़़क पर ब‍िखरे पड़़े़े मिले नोट
राजस्थान में विधानसभा चुनाव के नामांकन प्रक्रिया शुरू होते ही आचार संहिता का असर नजर आ रहा है। यहां तक की सड़कों पर भी नोट नजर आ रहे हैं। यह वाकया सलूंबर विधानसभा क्षेत्र के धारोद ग्राम पंचायत का है। यहां सलूंबर रोड पर सड़क पर बिखरे हुए नोट पड़े मिले। मौके पर सराडा विकास अधिकारी विशाल छीपा उस रास्ते से जा रहे थे तब वहां पर रोड पर बिखरे नोटों को लोग एकत्रित कर रहेे थेे।
छीपा ने बताया कि धारोद मार्ग पर हनुमान मंदिर के पास सड़क पर 500-500 व 200 रुपए के नोट बिखरे पड़़े़े थे ज‍िन्‍हेें लोग इकटठा कर रहे थे। तत्काल कार्रवाई करते हुए नोटों को अपने अंडर लेकर सराडा उपखंड अधिकारी राजकोष में जमा करवाया। कुल राशि 23,200 रुपए थी।
ब्यावर में हवाला कारोबारी से पौने दो करोड जप्त
पिछले दिनों ब्यावर शहर थाना पुलिस ने ब्रह्मानन्द मार्ग स्थित शांतिनाथ रेजीडेंसी के रियायशी फ्लैट से हवाला के एक करोड 73 लाख 96 हजार रुपए जब्त किए थे। विधानसभा चुनाव को लेकर हवाला कारोबार का लेन-देन बढऩे की पुलिस को सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस ने इसको लेकर जानकारी जुटाना शुरु कर दिया। पुलिस को मंगलवार की कार्रवाई में बड़ी सफलता हाथ लगी। पुलिस ने मौके से तीन जनों को हिरासत में लिया है। आयकर विभाग के अधिकारी भी पहुंच गए।
पाली में कार से जब्त साढ़े 7 लाख
पाली जिले के सांडेराव थाना पुलिस कार्रवाई करते हुए एक कार को जब्त करते 7.50 लाख रुपए बरामद किए गए है। साथ ही पुलिस ने कार सवार एक व्यक्ति को भी हिरासत में लिया है। अब पुलिस पूछताछ में जुटी है कि यह शख्स पैसा कहां लेकर जा रहा था। पुलिस को खुफिया खबर मिली थी कि एक शख्स कार में हवाला की रकम लेकर जा रहा है। जिसके बाद नाकेबंदी कर कार रूकवाई गई। उसकी तलाशी ली गई तो कार में 7.50 लाख रुपए नकदी बरामद हुए।
शराब तस्करी- धनबल रोकने पर ज़ोर
राजस्थान में विधान सभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने के लिए चुनाव आयोग अपने अंतिम दौरे पर 16-17 नवंबर को राजस्थान दौरे पर आ रहा है। आयोग पहले दिन उदयपुर और फिर दूसरे दिन जयपुर में रहेगा। निर्वाचन विभाग के सूत्रों के अनुसार आयोग के दौरे का पहला फोकस चुनाव से पहले शराब तस्करी और धनबल के प्रभाव को रोकने पर है। लिहाजा सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों ओर पुलिस अधीक्षकों के साथ आयोग आधा घंटे की अलग से चर्चा करेगा। क्योंकि जिस तरह से राजस्थान में आचार संहिता लगने के बाद शराब तस्करी का ग्राफ बढा है ओर भारी मात्रा में नकदी बरामद होने को आयोग ने गंभीरता से लिया है।
आयोग का मानना है कि शराब और नकदी दोनों ही मतदाताओं को विधान सभा चुनाव में प्रभावित कर सकती है। उधर निर्वाचन विभाग लगातार शराब तस्करों की धरपकड और एयरपोर्ट और बस स्टैंड पर काले धन की आवाजाही पर भी कई टीमें बना कर निगरानी रख रहा है।
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