सिंह को प्रभारी की जिम्मेदारी मिलने के बाद वे कई जिलों में प्रवास कर चुके हैं। यही नहीं उप चुनाव के दौरान भी वो कई जगहों पर फीडबैक लेकर गए थे। हालांकि अब राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने राजस्थान में चल रही अंदरूनी खींचतान को गंभीर माना है। ऐसी ही स्थिति जिलों में ना हो, इस वजह से उन्होंने अरुण सिंह को जिम्मेदारी दी है कि वो जिलों में जाकर पार्टी की स्थिति को देखें ताकि जिला स्तर तक चुनाव से पहले ही पार्टी को मजबूत किया जा सके। सिंह का अक्टूबर में संभवत: पश्चिमी राजस्थान के कुछ जिलों में दौरें का कार्यक्रम है।
सिंह प्रवास में यूं करेंगे काम जिलों में संगठनात्मक प्रवास के दौरान सिंह का प्रमुख काम वहां के स्थानीय नेताओं के साथ चर्चा करना रहेगा। साथ ही इन नेताओं से संगठन को मजबूत करने के लिए सुझाव लिए जाएंगे। इस दौरान संबंधित जिले में पार्टी के पूर्व विधायकों से लेकर तमाम जनप्रतिनिधियों और पूर्व पदाधिकारियों से भी वे मुलाकात करेंगे ताकि उन्हें भी पार्टी की मुख्यधारा से जोड़ा जा सके।
नाराजगी को करेंगे दूर सिंह का फोकस संबंधित जिले में पार्टी के नाराज कार्यकर्ताओं, वरिष्ठ पदाधिकारियों को एकजुट करना भी रहेगा। इसके लिए उनसे व्यक्तिगत मुलाकात भी करेंगे। इन दौरों के आधार पर सिंह की ओर से आलाकमान को फीडबैक सौंपा जाएगा। ताकि सभी तरह की कमियों को दूर किया जा सके।