लोगों में दिखा गुस्सा बैठक के दौरान स्थानीय निवासी वर्तमान विधायक सुरेंद्र पारीक व पूर्व विधायक ब्रजकिशोर शर्मा दोनों पर जमकर बरसे। बैठक में मौजूद ब्रजकिशोर शर्मा ने कई मुद्दों पर अपनी सफाई भी दी। साथ ही कई मामलों पर जिम्मेदारी निगम पार्षदों पर थोप दी। लोगों ने कहा कि पिछले दस वर्र्षं में कांग्रेस व भाजपा दोनों के विधायक रहे हैं, फिर भी लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं।
ये रहे मौजूद
चेंजमेकर अनिल यादव, हेमलता पारीक, मनीष सोनी, आयुष शर्मा, स्थानीय पूर्व विधायक व कांग्रेस भावी प्रत्याशी ब्रजकिशोर शर्मा, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एम. सादिक खान, वार्ड 88 पूर्व पार्षद कविता मिश्रा सहित अन्य नेताओं व आमजन ने हिस्सा लिया।
चेंजमेकर अनिल यादव, हेमलता पारीक, मनीष सोनी, आयुष शर्मा, स्थानीय पूर्व विधायक व कांग्रेस भावी प्रत्याशी ब्रजकिशोर शर्मा, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एम. सादिक खान, वार्ड 88 पूर्व पार्षद कविता मिश्रा सहित अन्य नेताओं व आमजन ने हिस्सा लिया।
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ये प्रमुख मुद्दे, दावेदारों ने जताई सहमति – नालों की सफाई।
– मेट्रो का रूट आमेर तक। – एक सरकारी महाविद्यालय।
– एक सैटेलाइट अस्पताल व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र। – पेयजल की लाइनें व दुरुस्त व्यवस्था।
– कॉलोनियों का नियमन।
ये प्रमुख मुद्दे, दावेदारों ने जताई सहमति – नालों की सफाई।
– मेट्रो का रूट आमेर तक। – एक सरकारी महाविद्यालय।
– एक सैटेलाइट अस्पताल व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र। – पेयजल की लाइनें व दुरुस्त व्यवस्था।
– कॉलोनियों का नियमन।
– नई सड़कें।
——————————— चुनावी माहौल में फेक न्यूज से बचना जरुरी
बैठक में सबसे पहले फेक न्यूज पर चर्चा की गई। लोगों ने कहा कि चुनावी माहौल में फेक न्यूज, माहौल खराब करती हैं। कई बार धार्मिक, साम्प्रदायिक माहौल को भी बिगाड़ देती हैं। कई नेताओं को इससे काफी नुकसान भी होता है। इसलिए किसी भी खबर को सोशल मीडिया पर बिना सोचे-समझे शेयर नहीं करना चाहिए। चेंजमेकर अनिल यादव ने बताया कि फेक खबरों में न तो कोई तारीख होती है और न ही किसी सोर्स का हवाला दिया होता है। केवल कुछ लाइनें लिखी होती हैं। जब भी ऐसी खबर आए, पहले उसे ओपन करके देखें। फिर उससे संबंधित अन्य खबरें सर्च करेंगे तो उस खबर की सच्चाई पता लग जाएगी। लोगों ने संकल्प लिया कि ऐसी खबरों की सत्यता की जांच करेंगे, उसके बाद ही आगे फॉरवर्ड करेंगे। वहीं दावेदारों ने भी फेक खबरों से दूर रहने का संकल्प लिया।
——————————— चुनावी माहौल में फेक न्यूज से बचना जरुरी
बैठक में सबसे पहले फेक न्यूज पर चर्चा की गई। लोगों ने कहा कि चुनावी माहौल में फेक न्यूज, माहौल खराब करती हैं। कई बार धार्मिक, साम्प्रदायिक माहौल को भी बिगाड़ देती हैं। कई नेताओं को इससे काफी नुकसान भी होता है। इसलिए किसी भी खबर को सोशल मीडिया पर बिना सोचे-समझे शेयर नहीं करना चाहिए। चेंजमेकर अनिल यादव ने बताया कि फेक खबरों में न तो कोई तारीख होती है और न ही किसी सोर्स का हवाला दिया होता है। केवल कुछ लाइनें लिखी होती हैं। जब भी ऐसी खबर आए, पहले उसे ओपन करके देखें। फिर उससे संबंधित अन्य खबरें सर्च करेंगे तो उस खबर की सच्चाई पता लग जाएगी। लोगों ने संकल्प लिया कि ऐसी खबरों की सत्यता की जांच करेंगे, उसके बाद ही आगे फॉरवर्ड करेंगे। वहीं दावेदारों ने भी फेक खबरों से दूर रहने का संकल्प लिया।