नौ माह में तैयार होगा म्यूजियम
जानकारी अनुसार, म्यूजियम को बनाने में लगभग 9 माह का समय लगेगा। यह म्यूजियम पूरी तरह से टेक्नोलॉजी बेस्ड होगा। इसमें मल्टीमीडिया, 3डी, 2डी, एनिमेशन, एंडवास ग्राफिक, 3डी प्रोजेक्शन मैपिंग, स्कल्प्चर्स, म्यूरल्स, डिजिटल इंटरेक्टिव इंटरफेस के जरिए राजस्थान के कई रूप देखने को मिलेंगे। साथ ही मिनी थियेटर भी तैयार होगा। इसमें हस्तियों की स्टोरी ऑडियो-विजुअल के जरिए समझी जा सकेगी।
जानकारी अनुसार, म्यूजियम को बनाने में लगभग 9 माह का समय लगेगा। यह म्यूजियम पूरी तरह से टेक्नोलॉजी बेस्ड होगा। इसमें मल्टीमीडिया, 3डी, 2डी, एनिमेशन, एंडवास ग्राफिक, 3डी प्रोजेक्शन मैपिंग, स्कल्प्चर्स, म्यूरल्स, डिजिटल इंटरेक्टिव इंटरफेस के जरिए राजस्थान के कई रूप देखने को मिलेंगे। साथ ही मिनी थियेटर भी तैयार होगा। इसमें हस्तियों की स्टोरी ऑडियो-विजुअल के जरिए समझी जा सकेगी।
म्यूजियम के लिए दो फ्लोर
एसेंबली में लॉअर ग्राउंड और ग्राउंड फ्लोर पर कार्य होगा। टेंडर के अनुसार, ग्राउंड फ्लोर पर एनिमेटेड डायरॉमा, 3D प्रोजेक्शन मैपिंग ऑन डायरॉमा, इंटरेक्टिव कियोस्क, म्यूरल्स, पेंटिंग दिखने को मिलेगा। वहीं, लॉअर ग्राउंड फ्लोर पर टॉकबैक स्टूडियो, 14 एलईडी स्क्रीन, पांच इंटरेक्टिव कियोस्क, 40 ग्राफिकल मैकेनाइज्ड इंस्ट्रालेशंस सहित 13 स्कल्प्चर्स में राजस्थान और राजस्थान की हस्तियों को जानने समझने का मौका मिलेगा।
एसेंबली में लॉअर ग्राउंड और ग्राउंड फ्लोर पर कार्य होगा। टेंडर के अनुसार, ग्राउंड फ्लोर पर एनिमेटेड डायरॉमा, 3D प्रोजेक्शन मैपिंग ऑन डायरॉमा, इंटरेक्टिव कियोस्क, म्यूरल्स, पेंटिंग दिखने को मिलेगा। वहीं, लॉअर ग्राउंड फ्लोर पर टॉकबैक स्टूडियो, 14 एलईडी स्क्रीन, पांच इंटरेक्टिव कियोस्क, 40 ग्राफिकल मैकेनाइज्ड इंस्ट्रालेशंस सहित 13 स्कल्प्चर्स में राजस्थान और राजस्थान की हस्तियों को जानने समझने का मौका मिलेगा।