विधानसभा अध्यक्ष सी पी जोशी ने बुधवार को संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल और सत्ता पक्ष के आचरण से नाराज होकर अचानक विधानसभा की कार्यवाही को स्थगित कर दिया था। हंगामा शांत होने के बाद अध्यक्ष ने कार्यवाही आगे बढ़ाई तो शांति धारीवाल बीच में उठकर बोलने लगे। जोशी के बार-बार कहने के बावजूद वे नहीं बैठे। इससे अध्यक्ष इतने नाराज हुए कि अचानक सदन अनिश्चिकाल के लिए स्थगित कर दिया। इस फैसले से सत्ता पक्ष सकते में आ गया, क्योंकि विभागों में किए गए गए 1300 करोड़ से ज्यादा के अतिरिक्त खर्चों की विधानसभा से मंजूरी लेने के लिए सप्लीमेंट्री डिमांड्स पारित नहीं हुई थी। कई मंत्रियों ने मनाने की कोशिश की, पर अध्यक्ष नहीं माने। बाद में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अध्यक्ष से फोन पर बात की। उसके बाद सीपी जोशी माने।
विधानसभा अध्यक्ष सी पी जोशी ने कहा कि कोई भी अध्यक्ष ये ही चाहता है कि नियम और कानून के तहत सदन चले। सब से यही अपेक्षा रहती है कि सब मिलकर अच्छे से सदन चलाएं। कानून-नियमों का पालन किया जाए। कार्य सलाहकार समिति में पहले ही 18 तक सदन चलाने का निर्णय किया जा चुका है। इसलिए सदन दो दिन और चलेगा।