प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए सरकार की ओर से लाए जा रहे कठोर कानून के विधेयक को भी आज सदन में रखा जाएगा। इसके अलावा तीन और संशोधन विधेयक सदन में रखे जाएंगे। इससे पहले आज प्रश्नकाल में 42 सवाल लगे हैं, जिनमें 22 तारांकित और 20 अतारांकित सवाल हैं। इनमें शिक्षा, ऊर्जा, आपदा प्रबंधन, सहकारिता, गृह, स्वायत्त शासन, जल संसाधन विभाग से जुड़े सवाल ज्यादा लगे हैं।
पहला सवाल सूचना प्रौद्योगिकी विभाग से जुड़ा हुआ है जिसमें कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा ने प्रदेश में ईमित्र केंद्रों के संचालन को लेकर सवाल पूछा है। प्रश्नकाल के बाद सदन में शून्यकाल और विधाई कार्य भी होंगे। हालांकि सदन में आज भी रीट पेपर लीक मामले में हंगामे के आसार हैं। विपक्ष अभी भी रीट पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग पर अड़ा हुआ है और इस मामले को लेकर आज भी सदन में गतिरोध देखने को मिल सकता है।
कार्य सलाहकार समिति का उप स्थापन
प्रश्नकाल के बाद मुख्य सचेतक नए जोशी कार्य सलाहकार समिति के 27 वें प्रतिवेदन का उपस्थापन करेंगे।
अधिसूचनाएं
संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल आज प्रश्नकाल के बाद वित्त विभाग की 31 अधिसूचनाएं सदन की मेज पर रखेंगे।
वार्षिक प्रतिवेदन और लेखें
-संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल आउटपुट बजट वर्ष 2020-21 और आउटकम बजट वर्ष 2021-22 सदन की मेज पर रखेंगे।
-मंत्री साले मोहम्मद राजस्थान मदरसा बोर्ड जयपुर का वार्षिक प्रतिवेदन सदन की मेज पर रखेंगे।
-पीडब्ल्यूडी मंत्री भजनलाल जाटव राजस्थान राज्य सड़क विकास एवं निर्माण निगम लिमिटेड का 21 वां वार्षिक प्रतिवेदन और लेखें सदन की मेज पर रखेंगे।
-ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ऊर्जा विभाग से संबंधित पांच वार्षिक प्रतिवेदन और लेखें सदन की मेज पर रखेंगे।
विधायी कार्य
सदन में आज विधायी कार्य भी होंगे जिसमें आज तीन विधेयक सदन में रखें जाएंगे। पहला परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए (राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम के उपाय विधेयक 2022) को सदन में रखा जाएगा। इसके अलावा राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय जोधपुर संशोधन विधेयक 2022, गुरुकुल विश्वविद्यालय सीकर विधायक 2022 को भी पुर स्थापित करने के लिए प्रस्ताव लाया जाएगा।
बजट पर आज से होगी बहस
वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से कल विधानसभा में पेश किए गए बजट पर आज से सदन में चर्चा होगी। शून्यकाल में पक्ष-विपक्ष के सदस्य बजट पर अपनी-अपनी बात रखेंगे। विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी की ओर से सदन में सभी दलों और निर्दलियों को अपनी-अपनी बात रखने का समय निर्धारित किया जाएगा।