विधानसभा के अन्दर हो या बाहर, भाजपा नेताओं की ‘तिगडी’ सरकार के खिलाफ लगातार हमलावर है। नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और विधायक व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया अपनी आक्रामक बयानबाजी से सरकार को घेरते रहे हैं। कल से शुरू हो रहे सत्र में भी सभी की नज़र इस ‘तिगडी’ पर ही रहेगी।
विधानसभा सत्र में इस बार भाजपा दल इसलिए भी आक्रामक रहेगा क्योंकि इसमें सरकार पंजाब की तर्ज़ पर केंद्र के कृषि कानून को पलटने की कोशिशों में है। पार्टी जहां पिछले लगभग दो महीने से कृषि कानून को लेकर प्रदेश भर में किसानों और आमजन को जागरूक करने में जुटी है, ऐसे में सरकार का प्रस्तावित संशोधन इस मिशन में खलल डाल सकता है। ऐसे में भाजपा विधायकों का सरकार के खिलाफ आक्रोश फ्लोर पर साफ़ नज़र आ सकता है।
प्रदेश में बिगडती कानून व्यवस्था का मुद्दा भी पिछले कुछ दिनों से सुर्ख़ियों में है। कुछ घटनाएं तो ऐसी हुई जो राष्ट्रीय स्तर की खबरों में रहीं और प्रदेश को शर्मसार होना पडा। वहीं आपराधिक घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ऐसे में इस मुद्दे पर भी भाजपा विधायक दल के आक्रामक रूख रहने की संभावना है।