उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी अपने ट्विटर वॉल पर सीपी जोशी को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी हैं। वहीं स्पीकर सीपी जोशी ने भी अपने ट्विटर पर सबकी शुभकामनाएं स्वीकार की हैं और सबको धन्यवाद भी लिखा है।
गौरतलब है कि जोशी नाथद्वारा से विधानसभा चुनाव जीते हैं। कांग्रेस की सरकार राज्य में बनने के बाद वे विधानसभा में सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुने गए। पत्नी के वोट नहीं डालने से हार गए थे चुनाव
सिर्फ एक वोट ने कांग्रेस के दिग्गजी नेता डॉ. सीपी जोशी (CP Joshi) को जीता-जिताया चुनाव हरा दिया था। इसमें भी खास बात यह रही कि 2008 में हुए चुनाव के दौरान उनकी पत्नी का वोट ही डलने से रह गया था। जिसके चलते उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
सिर्फ एक वोट ने कांग्रेस के दिग्गजी नेता डॉ. सीपी जोशी (CP Joshi) को जीता-जिताया चुनाव हरा दिया था। इसमें भी खास बात यह रही कि 2008 में हुए चुनाव के दौरान उनकी पत्नी का वोट ही डलने से रह गया था। जिसके चलते उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
2008 के चुनाव के दौरान जोशी ने नाथद्वारा सीट से चुनाव लड़ा था। तब जोशी कांग्रेस की ओरसे सीएम पद के प्रमुख दावेदार भी माने जा रहे थे। लेकिन एक वोट ने पूरा पासा पलट दिया और जोशी जीता-जिताया चुनाव हार गए। भाजपा के विधायक कल्याण सिंह चौहान ने जोशी को सिर्फ 1 वोट से हरा दिया। एक वोट की हार ने जोशी के राजनीतिक समीकरण को बिगाड़ दिया था।
उल्लेखनीय है कि दस साल पहले एक वोट से हारने वाले डॉ सीपी जोशी का जन्म 29 जुलाई 1950 को हुआ था। उनके पिता का नाम स्वर्गीय रामचन्द्र जोशी और माता का नाम सुशीला जोशी है। उनकी शादी ज्योत्सना जोशी से हुई। उनके एक बेटा भी है।
शैक्षिक पृष्ठभूमि
जोशी ने अपनी प्राथमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा नाथद्वारा में पूरी की। उन्होंने यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ सोशल साइंसेज एंड ह्यूमैनिटीज (सुखाड़िया विवि आर्टस कॉलेज) उदयपुर से लॉ में बीए किया और भौतिकी में मास्टर डिग्री की। साथ ही उन्होंने मनोविज्ञान में मास्टर्स और पीएचडी भी कर रखी है। इसके बाद उन्होंने उदयपुर के सुखाड़िया विवि के आर्टस कॉलेज में एक व्याख्याता के रूप में अपने शैक्षणिक जीवन की शुरुआत की। पूर्णकालिक राजनीति में प्रवेश करने से पहले जोशी उदयपुर के मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में मनोविज्ञान के प्रोफेसर थे।
जोशी ने अपनी प्राथमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा नाथद्वारा में पूरी की। उन्होंने यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ सोशल साइंसेज एंड ह्यूमैनिटीज (सुखाड़िया विवि आर्टस कॉलेज) उदयपुर से लॉ में बीए किया और भौतिकी में मास्टर डिग्री की। साथ ही उन्होंने मनोविज्ञान में मास्टर्स और पीएचडी भी कर रखी है। इसके बाद उन्होंने उदयपुर के सुखाड़िया विवि के आर्टस कॉलेज में एक व्याख्याता के रूप में अपने शैक्षणिक जीवन की शुरुआत की। पूर्णकालिक राजनीति में प्रवेश करने से पहले जोशी उदयपुर के मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में मनोविज्ञान के प्रोफेसर थे।