तीन विधायक पहुंचेंगे धरना स्थल
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (रालोपा) के तीन विधायकों का प्रतिनिधिमंडल आज जयपुर के शहीद स्मारक स्थित धरना स्थल पहुंचकर पीड़ित आरटीआई कार्यकर्ता अमराराम से मुलाक़ात करेगा। इस दौरान आरएलपी के अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे। आरएलपी प्रदेश अध्यक्ष व भोपालगढ़ विधायक पुखराज गर्ग, खींवसर विधायक नारायण बेनीवाल व मेड़ता विधायक इंदिरा देवी बावरी सहित जयपुर जिले के सभी आरएलपी पदाधिकारी गोदारा की न्याय के लिए जारी मुहीम में शामिल होंगे।
गंभीरता से नहीं लिया जा रहा प्रकरण: हनुमान बेनीवाल
आरएलपी सांसद हनुमान बेनीवाल ने अमराराम गोदारा मामले की जांच में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाये हैं। सांसद ने कहा कि उन्होंने इस मामले में राजस्थान पुलिस महानिदेशक और पीड़ित अमराराम गोदारा से भी दूरभाष पर वार्ता की है। लेकिन ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि विधानसभा व लोकसभा में मामला उठने के बावजूद राज्य सरकार इस प्रकरण को गंभीरता से नहीं ले रही है।
बेनीवाल ने कहा कि सरकार को मामले में पीड़ित की सभी मांगों पर सहमति व्यक्त करने की जरूरत है और आगामी दिनों में यदि जरूरत पड़ी तो मैं स्वयं धरना स्थल पर पहुंचकर न्याय की मुहीम में आवाज़ बुलंद करूंगा।
ये था मामला
बाड़मेर ज़िले में आरटीआई कार्यकर्ता अमराराम गोदारा से कुछ अज्ञात हमलावरों ने बर्बरता से मारपीट की थी। पिछले साल के जाते-जाते मामले ने खूब तूल पकड़ा था। आरोपी दबंगों ने मानवता को शर्मसार हुए आरटीआई कार्यकर्ता का अपहरण करने के बाद उसके हाथ-पैर तोड़ दिए थे और उसे यातना देते हुए पैरों में सरिया और कीलें तक ठोंक दी थीं। ये सब इसलिए होना सामने आया था कि पीड़ित आरटीआई कार्यकर्ता अमराराम गोदारा ने भ्रष्टाचार और अवैध शराब बिक्री के खिलाफ मुहीम छेड़ी हुई थी।
न्याय के अनिश्चितकालीन धरना
आरटीआई कार्यकर्ता से मारपीट मामला सामने आने के बाद सभी राजनीतिक दलों के जनप्रतिनिधियों ने घटना की निंदा की थी। पीड़ित को न्याय दिलाने और आरोपियों की गिरफ्तारी कर उन्हें सख्त सज़ा दिलाये जाने की पैरवी भी की थी। हालांकि फिलहाल की स्थिति ये है कि पीड़ित अमराराम गोदारा न्याय की आस में दर-दर भटक रहा है।
कांग्रेस-भाजपा बचा रही आरोपियों को: सांसद
आरएलपी सांसद ने भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों पर इस मामले के आरोपियों को बचाने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि अमराराम गोदारा पर जिस तरह का जानलेवा हमला किया गया और जिस जघन्यता के साथ उसके शरीर में कीलें गाड़कर मानवता को शर्मसार किया गया उसे देखते हुए ये साफ़ है कि राजस्थान में आपराधिक तत्व बेख़ौफ़ हैं।