ये सभी वरिष्ठ नेता विधानसभा क्षेत्रों में पहुंचकर बूथ और मंडल स्तर को सक्रीय करने के साथ ही मजबूत करने में जुटे हैं। चुनावी क्षेत्रों में हर दिन बैठकों और कार्यकर्ता सम्मेलनों का दौर शुरू हो चुका है जो अब धीरे-धीरे रंगत में आता नज़र आ रहा है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया उपचुनावों में तीनों सीटें जीतने के ‘मिशन’ का नेतृत्व कर रहे हैं। चुनावी प्लानिंग से लेकर उसका इम्प्लीमेंटेशन और मैनेजमेंट सहित उम्मीदवार चयन तक की कमान उन्हीं के हाथों में है। पूनिया ना सिर्फ प्रदेश मुख्यालय में बैठकें कर रणनीति ही बना रहे हैं, बल्कि खुद फील्ड में उतरकर वे पार्टी के पक्ष में माहौल बनाते नज़र आयेंगे। उनका इन सभी चुनावी क्षेत्रों में दौरा करने का कार्यक्रम बना है।
प्रदेश भाजपा के संगठन महामंत्री चंद्रशेखर भी इन दिनों प्रदेश मुख्यालय से निकलकर उपचुनाव क्षेत्रों के दौरे पर निकले हुए हैं। चंद्रशेखर सोमवार को राजसमन्द दौरे पर रहे जहां उन्होंने चुनाव प्रबंधन समिति और कार्यकर्ताओं की अलग-अलग बैठकें कर चुनाव रणनीति को अंजाम देने के निर्देश दिए। वे प्रदेश अध्यक्ष डॉ पूनिया के साथ प्रदेश मुख्यालय से भी लगातार एक्टिव मोड पर बने हुए हैं।
भीलवाड़ा के सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र के लिए चुनाव प्रभारी लगाए गए सांसद सीपी जोशी तो सबसे ज़्यादा एक्टिव बने हुए हैं। वे पिछले कुछ दिनों से चुनावी क्षेत्र में ही कैम्प किये हुए हैं। दिनभर के व्यस्त शेड्यूल में स्थानीय वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठकर चुनावी रणनीति बनाने और फिर अलग-अलग जगहों पर स्वयं जाकर कार्यकर्ताओं की बैठकें ले रहे हैं।
पूर्व मंत्री व विधायक मदन दिलावर ने राजसमन्द विधानसभा क्षेत्र में बतौर चुनाव प्रभारी ज़िम्मेदारी संभाली हुई है। वे भी पिछले कुछ दिनों से राजसमन्द में ही हैं और चुनाव जीत की कसरत में जुटे हुए हैं। विधायक किरण माहेश्वरी के निधन के बाद पार्टी इस सीट को खोना नहीं चाहती। लिहाजा दिलावर के कन्धों पर इस सीट को बचाए रखने की बड़ी ज़िम्मेदारी बनी हुई है।
उपचुनाव को लेकर प्रदेश भाजपा के और भी कई नेता एक्टिव मोड पर दिखाई दे रहे हैं। इनमें सुजानगढ़ में किसान मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष हरिराम रिणवां, फुलेरा विधायक निर्मल कुमावत चुरू जिला प्रभारी ओम सारस्वत, प्रदेश मंत्री विजेंद्र पूनिया, पूर्व जिला प्रमुख हरलाल सहारण मुख्य भूमिका में हैं।