'संकल्प' के साथ होगा समापन
किसान मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक का आज दूसरा और अंतिम दिन है। बैठक के आखिरी दिन कार्यसमिति में शामिल वरिष्ठ नेता आगामी चुनाव के मद्देनज़र एक रोडमैप पर मंथन करने के बाद 'संकल्प' प्रस्ताव पारित करेंगे। कांग्रेस सरकार की किसान विरोधी नीतियों को लेकर किसानों को जागरूक करने के साथ ही आगामी दिनों में सड़क से लेकर वर्चुअल तौर पर आंदोलन शरू करने सहित कई मसलों पर संवाद के बाद रणनीति बनाई जा रही है।बैठक में किसान मोर्चे के अब तक के कामों की समीक्षा भी की जा रही है।
मंथन के लिए जुटे दिग्गज
भाजपा किसान मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति बैठक में पार्टी के कई वरिष्ठ नेता भिवाड़ी में जुटे हुए हैं। आज दूसरे और अंतिम दिन भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार चाहर और प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया भी शामिल हो रहे हैं। जबकि बैठक के पहले दिन प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर, केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी, भाजपा महामंत्री भजनलाल, किसान मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष हरिराम रिणवां सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
आसान नहीं किसानों को 'पक्ष' में करना
मिशन 2023 में सत्ता वापसी की कवायद में जुटी प्रदेश भाजपा के लिए किसानों के बड़े वोट बैंक को अपने पक्ष में करना आसान नहीं है। दरअसल, पहले केंद्रीय कृषि कानूनों को लेकर देश के साथ ही प्रदेश के किसानों में भी नाराज़गी देखी गई थी। अब गहलोत सरकार के पहली बार अलग से कृषि बजट पेश करने और किसानों को लेकर कई मनलुभावन घोषणाओं के बाद तो भाजपा किसान मोर्चा की चुनौतियां और ज़्यादा बढ़ गई हैं। हालाँकि किसानों की कर्जमाफी का मुद्दे को भाजपा पूरी तरह से भुनाने में जुटी हुई है।