विद्युत उत्पादन को बढ़ावा देने व विद्युत वितरण व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए प्रदेश सरकार ने दो माह पूर्व तहसील पचपदरा की ग्राम पंचायत कोरना में 765 केवी ग्रिड सब स्टेशन निर्माण की स्वीकृति जारी की है। 400 बीघा भूमि में इसका निर्माण होगा। इसके लिए भूमि चिह्नित कर दी गई है। जैसलमेर सहित संभाग के कई जिलों में सौर व पवन ऊर्जा से बिजली उत्पादन किया जा रहा है, लेकिन उत्पादन के उपयोग की व्यवस्था नहीं होने पर सीमित मात्रा में ही उत्पादन किया जाता है। कोरना में 765 केवी ग्रिड सब स्टेशन बनने पर सौर व पवन ऊर्जा से उत्पादित पूरी बिजली का उपयोग किया जा सकेगा।
पश्चिमी राजस्थान का पहला प्रोजेक्ट प्रदेश में जयपुर के फागी व कोटा के अंता में 765 केवी ग्रिड सब स्टेशन हैं। कोरना में प्रदेश का तीसरा ग्रिड सब स्टेशन बनेगा। यह पश्चिमी राजस्थान का पहला ग्रिड सब स्टेशन होगा। इसके निर्माण पर करीब 1100 करोड़ रुपए खर्च होंगे। राजस्थान विद्युत प्रसारण निगम इसका निर्माण करवाएगा।
2019 में बनेगा, हजारों को मिलेगा रोजगार प्रोजेक्ट के लिए शीघ्र ही जमीन अवाप्ति की प्रक्रिया की जाएगी। इसके बाद निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। निर्माण में करीब 24 माह का समय लगेगा। संभवत: 2019 में यह प्रोजेक्ट बनकर तैयार होगा। बड़े प्रोजेक्ट पर वर्ष भर में 10 हजार अस्थायी श्रमिक व इसके बनकर तैयार होने के बाद करीब 150 से 200 जनों को स्थायी रोजगार मिलेगा।
यह होगा फायदा – ग्रिड सब स्टेशन बनने से सौर व पवन से बनने वाली ऊर्जा का पूरा उपयोग लिया जा सकेगा। इससे कम कीमत में उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता की बिजली उपलब्ध करवाई जाएगी। वॉल्टेज कम की समस्या से निजात मिलेगी। वहीं विद्युत छीजत में भी कमी आएगी।
सात जिलों को होगा फायदा 765 केवी ग्रिड सब स्टेशन बनने से संभाग मुख्यालय जोधपुर, बीकानेर, पाली, नागौर, जैसलमेर, बाड़मेर, जालोर जिले के लाखों विद्युत उपभोक्ताओं को फायदा मिलेगा। शीघ्र दिया जाएगा मूर्त रूप
प्रोजेक्ट कार्य चल रहा है, शीघ्र ही मूर्त रूप दिया जाएगा। इससे ऊर्जा क्षेत्र में विकास के साथ लोगों को रोजगार भी मिलेगा।- अमराराम चौधरी, राजस्व राज्यमंत्री