12वीं की प्रायोगिक परीक्षाओं के सम्बंध में समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अधिकतर विद्यालयों में प्रायोगिक परीक्षाओं का आयोजन हो चुका है तथा 40 प्रतिशत विद्यालयों में परीक्षा उपरान्त माक्र्स भी दिए जा चुके हैं। अब शेष रहे विद्यालयों में कक्षा 12वीं की प्रायोगिक परीक्षाएं गृह तथा चिकित्सा विभाग द्वारा आवश्यक अनुमति मिलने पर ऑनलाइन या ऑफलाइन आयोजित की जाएगी।
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स्वयंपाठी विद्यार्थियों को देनी होगी परीक्षा
प्राइवेट विद्यार्थी या ऐसे विद्यार्थी जिन्होंने श्रेणी सुधार के लिए आवेदन किया है उन्हे बोर्ड द्वारा जब भी परीक्षा का आयोजन होगा तब अवसर दिया जाएगा। समिति की ओर से तय अंक योजना में पूरक आए विद्यार्थियों को पूरक परीक्षा का आयोजन होने पर परीक्षा देनी होगी।
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परिणाम से संतुष्ट नहीं तो दे सकेंगे परीक्षा
प्राप्तांक से असंतुष्ट विद्यार्थी को परीक्षा देने का मौका दिया जाएगा। जब बोर्ड परीक्षा का आयोजन करेगा विद्यार्थी उसमें शामिल हो सकेंगे। इस वैकल्पिक परीक्षा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराया जाएगा तथा वैकल्पिक परीक्षा के ही अंकों को अन्तिम परिणाम के रूप में माना जाएगा।
प्रायोगिक परीक्षाओं प्रतिवेदन अनुमोदन: 15 दिन
सतत स्व: मूल्यांकन विद्यालय विकास समिति: 2 दिन
समिति की ओर से अंक भार देना: 15 दिन
विद्यालय की ओर से अंक बोर्ड तक पहुंचाना: 5 दिन
बोर्ड की ओर से स्व मूल्यांकन व अन्य भारांक वाली कक्षाओं के अंक विद्यालयों से लेने व मॉड्यूल अपडेट करना: 15 दिन
बोर्ड की ओर से सत्रांक प्राप्त करना: 7 दिन
परीक्षा परिणाम जारी करना: प्रतिवेदन अनुमोदन के 45 दिन बाद