बारहवीं की तर्ज पर ही सरकार ने दसवीं के लिए भी विशेष फार्मूला तैयार किया है। इस बार भी विद्यार्थियों को सत्रांक अंक सहित पूर्व कक्षाओं के औसत अंकों के आधार पर उत्तीर्ण घोषित किया जाएगा। स्कूल समिति विद्यार्थी के ओवर ऑल परफॉर्मेंस के आधार पर सत्रांक भेजेगी। जानकारों की मानें तो दसवी कक्षा के परिणाम प्रतिशत में बारहवीं के मुकाबले गिरावट आ सकती है। इसका कारण विद्यार्थियों का निचली कक्षाओं में औसत प्रदर्शन रहना हो सकता है।
– कक्षा 8 की बोर्ड परीक्षा 2019 का अंक भार – प्राप्तांकों का 45 प्रतिशत
– कक्षा नौ के लिए प्रदत्त अंकों का अंकभार – 25 प्रतिशत
-कक्षा 10 का अंक भार – 10 प्रतिशत
-सत्रांक पूर्व के वर्षों के अनुसार – 20 प्रतिशत