सीबीएसई द्वारा परीक्षाएं रद्द करने पर उन्होंने कहा कि सीबीएसई का मामला अलग है। कोरोना की वजह से दिल्ली, मुंबई सहित अनेक शहरों के हालात विकट बने हुए हैं। राजस्थान में इस तरह की कोई परेशानी नहीं है। अब तक बारहवीं की परीक्षाएं लगभग ६ हजार परीक्षा केंद्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग सहित अन्य प्रोटोकॉल के अनुसार सफलता पूर्वक चल रही हैं।
इस साल नही बदला कोई सिलेबस
डॉ. जारोली ने बताया कि शिक्षा बोर्ड की पुस्तकों में सत्र 2020-21 के लिए कक्षा 10 व 12 में कोई बदलाव नहीं हुआ है। यह पुस्तकें पिछले साल से पढ़ाई जा रही हैं। उस समय किसी भी शिक्षाविद् ने इन पर कोई आपत्ति नहीं की थी। गत वर्ष राज्य सरकार द्वारा डॉ. बी.एम. शर्मा के संयोजन में गठित चार सदस्यीय राज्य स्तरीय पुनरीक्षण समिति ने पाठ्यपुस्तकों में आंशिक परिवर्तन किया था। संशोधित पुस्तकें पिछले शैक्षणिक सत्र में लागू की गई थी। पिछले वर्ष बोर्ड पाठ्यक्रम में महाराणा प्रताप को लेकर विधानसभा में प्रश्न पूछे गए थे। जिस पर शिक्षा मंत्री के जवाब से सदन संतुष्ट था। बीते साल भी किसी ने भी इस पर आपत्ति नहीं की थी। उन्होंने बताया कि बोर्ड पाठ्यक्रम में महाराणा प्रताप की शूरवीरता, पराक्रम, शौर्य, सफल नेतृत्व और संगठन क्षमता का विस्तार से उल्लेख किया गया है। इसके बावजूद पाठ्यपुस्तकों की समीक्षा समिति से इस मुद्दे पर तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी गई है।
कक्षा 9,11 में एनसीईआरटी का सिलेबस
डॉ. जारोली ने बताया कि नवीन सत्र में कक्षा 9 व 11वीं के लिए एनसीईआरटी का सिलेबस लागू किया जा रहा है । जिनकी पाठ्य पुस्तकें राजस्थान राज्य पाठ्य पुस्तक मंडल द्वारा प्रकाशित की जा रही हैं।