सीमा सुरक्षा बल के सहायक कमांडेट जीतेन्द्र चौधरी का भरतपुर के सलेमपुर में, सीकर के एएसआई राम निवास का सीकर जिले के डाबला की ढाणी और हवलदार हंसराज गुर्जर का अलवर के बांसुर में अंतिम संस्कार किया गया।
शहीद जितेन्द्र चौधरी को उनके तीन साल के पुत्र यशवर्धन ने, हसंराज गुर्जर को पंद्रह दिन के पुत्र कुंशाक ने तथा रामनिवास के पुत्र संदीप ने मुखाग्नि दी। तीनों शहीदों के तिरंगे में लिपटे शवों को देखकर ग्रामीण भावुक हो गए और उनमें श्रद्धांजलि देने की होड़ लग गई।
शहीदों के अंतिम संस्कार से पूर्व सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की टुकड़ी ने उन्हें गार्ड आफ आनर की सलामी दी। शहीदों के अंतिम संस्कार में अनेक जनप्रतिनिधि , प्रशासनिक अधिकारी और भारी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
बीएसएफ के एएसआई रामनिवास को सांसद सुमेधानंद सरस्वती, सैनिक कल्याण बोर्ड सलाहकार सिमित के अध्यक्ष प्रेम सिंह, हवलदार हसंराज गुर्जर को विधायक शकुंतला रावत, राज्य सरकार के मंत्री हेम सिंह भडाना, जिला कलेक्स्टर और अनेक गणमान्य नागरिकों ने पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।