मायावती ने कहा कि आज कांग्रेस विधायकों को अपने दल में शामिल करने को भले ही साजिश बताकर हल्ला मचा रहे हैं, लेकिन सच्चाई ये है कांग्रेस खुद विधायकों की चोरी करती है। बसपा के छह विधायकों को कांग्रेस में शामिल करने पर मायवती ने कहा कि यह असंवैधानिक है, अनैतिक है और लोगों के जनादेश के खिलाफ है।
अब जब कांग्रेस के खुद के साथ ऐसा हो रहा है तो वो परेशान है। यह वही बात है जैसे उल्टा चोर कोतवाल को डांटे। चोरी का सामान चोरी होने पर कांग्रेस परेशान हैै। वहीं दूसरी ओर बहुजन समाज पार्टी के विधायकों के कांग्रेस में विलय पर एक और अर्जी हाईकोर्ट में लगाई गई है। भाजपा विधायक मदन दिलावर ने ये याचिका लगाई गई है। इससे पहले उनकी ही एक याचिका को अदालत ने खारिज कर दिया था।
कलराज जी की कला काबिल-ए-तारीफ: अधीर रंजन
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने आरोप लगाया है कि राज्यपाल ने 21 दिनों के वक्त की बात इसलिए की है, ताकि भाजपा अपनी स्थिति मजबूत कर सके। कांग्रेस नेता ने तंज कसा कि कलराज जी की कला काबिल-ए-तारीफ है।
हो रही है कैबिनेट बैठक
गौरतलब है कि सियासी दंगल के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज एक बार फिर कैबिनेट बैठक कर रहे हैं, जिसमें विधानसभा सत्र बुलाने का प्रस्ताव पास हो सकता है। ये तीसरी बार होगा जब कैबिनेट विधानसभा सत्र बुलाने के लिए प्रस्ताव पास करेगी। मुख्यमंत्री आवास पर सुबह 10 बजकर 40 मिनट पर शुरू हुई कैबिनेट की बैठक में विधानसभा सत्र बुलाने का प्रस्ताव तैयार होगा और उसका अनुमोदन कर राज्यपाल को भेजा जाएगा। हालांकि बैठक अपने निर्धारित समय से 40 मिनट देरी से शुरू हुई।
कैबिनेट की बैठक सोमवार रात होनी थी लेकिन बाद उसे आज सुबह 10 बजे तक टाल दिया गया। बैठक में राज्य के मुख्य सचिव राजीव स्वरूप, कैबिनेट मंत्री शांति धारीवाल, हरीश चौधरी, प्रताप सिंह खाचरियावास, उदय लाल आंजना, लालचंद कटारिया, सालेह मोहम्मद नए प्रस्ताव तैयार करने को लेकर मंथन कर रहे हैं। सूत्रों की मानें को विधानसभा सत्र जल्द बुलाने के साथ ही राजभवन की ओर से दर्ज कराई गईं आपत्तियों के सभी बिंदुओं का भी जवाब तैयार किया जाएगा।
प्रस्ताव में हो सकता है कारणों का उल्लेख
सूत्रों की मानें तो इस बार कैबिनेट की बैठक में विधानसभा सत्र बुलाए जाने के कारणों का उल्लेख किया जा सकता है। कोविड-19 पर सदन में चर्चा और फ्लोर टेस्ट कराए जाने का उल्लेख भी प्रस्ताव में किया जा सकता है।