वहीं, युवाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए संचालित कौशल विकास कार्यक्रम में हजारों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है। इसके अलावा कौशल योजना के तहत 150 रुपए प्रतिमाह रोजगार भत्ते में इजाफा, जिसके बाद 500 के बजाए 650 रुपए मिलेंगे। इसके साथ ही 302 कौशल विकास कार्यक्रम संचालित। जिसमें 1.75 लाख को ट्रेनिंग दी जा चुकी।
युवाओं के लिए सरकार ने कौशल विकास के संबंध में जो घोषणाएं की हैं, उनसे रोजगार और उद्यमिता के दरवाजे खुल जाएंगे। वहीं एजुकेशन सेक्टर में भी तकनीकी बदलाव आ जाएगा। 03 साल में 11 लाख से अधिक लोगों को रोजगार दिए गए। अब 5 हजार रुपए बालिका शिक्षा के लिए बतौर प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। तो गर्ल्स एजुकेशन पर सरकार का सबसे ज्यादा फोकस रहा है। स्कूटी देने का मामला हो या बतौर प्रोत्साहन राशि। सरकार ने दावा किया है कि 11 लाख से अधिक लोगों को रोजगार दिए।
पेयजल पर विशेष ध्यान- लोगों की दिनचर्या आसान करने की दिशा में सरकार का पेयजल पर विशेष ध्यान रहा। जिससे लोगों को परेशान नहीं होना पड़े। बजट में 2039 ग्राम पेयजल योजना के जरिए लाभान्वित होंगे। इतना ही जयपुर में 24 घंटे जलापूर्ति की का लक्ष्य रखा गया। राज्य सरकार ने बजट में पेयजल योजनाओं पर विशेष ध्यान रखा। ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा जयपुर, अजमेर , बीकानेर , उदयपुर व भरतपुर में जलापूर्ति संबंधी कार्यों को दो चरणों में पूरा किया जाएगा। इससे आधी आबादी को पेयजल संबंधी दिक्कत नहीं होगी।
योजना का विस्तार- वर्ष 2016-17 की बजट घोषणा के तहत ‘मुख्यमंत्री राजश्री योजना’ एक जून से लागू हो चुकी है, जिसके तहत जनवरी 2017 तक संस्थागत जन्मी 3.57 लाख बालिकाओं के अभिभावकों को 89.25 करोड़ दिए जा चुके हैं। जिसके बाद वर्ष 2017-2018 में ये भुगतान भामाशाह प्लेटफार्म के माध्यम से देने योजना बनी। तो वहीं 89.25 करोड़ रुपए का भुगतान किया। जिससे 3.57 लाख लड़कियों के परिजनों को फायदा पहुंचाने की बात कही।