क्षेत्रवासियों का कहना है कि शाहपुरा आसपास की तहसीलों के केन्द्र में स्थिति है और जिला बनने के सभी मापदण्ड पूरे करता है। स्थानीय जनप्रतिनिधि कई बार विधानसभा में मामला भी उठा चुके हैं। यदि शाहपुरा जिला बनता है तो क्षेत्र का चहुंमुखी विकास होगा और रोजगार के अवसर बढेंगे। इसके अलावा क्षेत्र की मुख्य समस्या पेयजल की है।
पेयजल समस्या के समस्या के समाधान के लिए भी कोई बड़ी योजना स्वीकृत करने और अमरसरवाटी क्षेत्र में सरकारी कॉलेज खोलने की भी पूरी उम्मीद है। अमरसर वाटी क्षेत्र के विद्यार्थियों को सरकारी कॉलेज के अभाव में परेशानी होती है।
क्षेत्र की सबसे बड़ी पंचायत मनोहरपुर को नगरपालिका का दर्जा देने, शाहपुरा की रोडवेज यूनिट को आगार बनाने की भी उम्मीद इस बजट में है। साथ ही पिछले बजट में सरकार ने शाहपुरा में ट्रांसपोर्ट नगर खोलने की घोषणा की थी, उसके लिए भी अभी बजट स्वीकृत करने की बजट से उम्मीद है। शाहपुरा कस्बा नेशनल हाईवे पर स्थित होने के बावजूद यहां ट्रोमा अस्पताल या रैफरल अस्पताल नहीं है।
ऐसे में लम्बी दूरी तय करना घायलों के लिए किसी परेशानी से कम नहीं है। ऐसे में क्षेत्रवासी सरकार से कस्बे की सीएचसी को सेटेलाइट अस्पताल में क्रमोन्नत करने और ट्रोमा अस्पताल अलग से बनाने की भी उम्मीद लगाकर बैठे है। अमरसरवाटी क्षेत्र में भी स्टेट हाईवे पर एक बड़े सरकारी अस्पताल की कमी खल रही है। वहां के लोगों को भी बजट में सकरारी स्वास्थ्य केद्र को क्रमोन्नत करने की पूरी उम्मीद है।