दोनों सीटों पर उपचुनाव का नतीजा 24 अक्टूबर को आ जाएगा और इसके साथ ही सारी तस्वीर साफ हो जाएगी। मंडावा सीट पर कांग्रेस की रीटा चौधरी का मुकाबला भाजपा की सुशीला सींगड़ा से हैं वहीं खींवसर में कांग्रेस के हरेन्द्र मिर्धा की टक्कर रालोपा के नारायण बेनीवाल से है। भाजपा ने इस सीट पर अपना उम्मीदवार खड़ा नहीं किया है और अपना समर्थन रालोपा को दिया है।
ये दोनों चुनाव तीनों दलों के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई है और इसके नतीजे आने वाले निकाय चुनाव पर भी असर डालेंगे। दोनों जगह मतदान कड़ी सुरक्षा में चल रहा है। इस दोनों सीटों पर 181 क्रिटिकल मतदान केन्द्र है और इसीलिए इनके क्षेत्रों में आठ आठ केन्द्रीय सुरक्षा बलों की कम्पनियां तैनात है। इन दोनों सीटों पर कांग्रेस— भाजपा और रालोपा के बीच प्रतिष्ठा की भी लड़ाई है।
उप चुनाव में मंडावा में 2,27,414 मतदाता हैं जो वोट डाल सकते है। इनमें से 1,17,742 पुरुष और 1,09,672 महिला मतदाता शामिल हैं। विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र मंडावा में कुल 259 मतदान केन्द्र बनाए गए है।। इसी तरह खींवसर में 2,50,155 मतदाता है। इनमें से 1,30,908 पुरुष और 1,19,247 महिला मतदाता शामिल हैं। खींवसर में कुल 266 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं।