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उपचुनाव में बीजेपी ऑलआउट: कांग्रेस ने जीता सेमीफाइनल, फाइनल से पहले इनकी प्रतिष्ठा पर उठे सवाल

locationजयपुरPublished: Feb 01, 2018 06:35:10 pm

अजमेर और अलवर लोकसभा के अलावा मांडलगढ़ विधानसभा सीट पर उम्मीदवारों को उतारने के लिए कांग्रेस और भाजपा दोनों को काफी मंथन करना पड़ा।

Rajasthan By-Election Results 2018
जयपुर। प्रदेश में हुए 2 लोकसभा और एक विधानसभा उपचुनाव के नतीजे गुरुवार को आए। जहां परिणामों में भारतीय जनता पार्टी को बुरी तरह से पराजय का सामना करना पड़ा। तो वहीं नतीजों की बात करें तो सबसे खास बात यह रही कि कांग्रेस के लोकसभा क्षेत्र अजमेर और अलवर के प्रत्याशी रघु शर्मा और डॉ. करण सिंह यादव शुरू से बढ़त बनाए हुए थे। इसी तरह मांडलगढ़ में शुरू में भाजपा प्रत्याशी शक्ति सिंह आगे चल रहे थे, लेकिन दो घंटे की मतगणना के बाद वे पीछे हो गए।
बता दें कि राजनीति की पीच पर उपचुनावों को सत्ता का सेमीफाइन के रुप में देखा जाता है। ऐसे में भाजपा के इस हार के बाद प्रदेश में इसी साल के अंत में होने वाले विधानसभा और उसके बाद लोकसभा चुनाव में इस उपचुनाव के नतीजों का असर भी दिखाई दे सकता है। तो वहीं उपचुनावों में मिली करारी हार के बाद राजस्थान भाजपा में बड़े बदलाव को तय माना जा रहा है।
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अजमेर और अलवर लोकसभा के अलावा मांडलगढ़ विधानसभा सीट पर उम्मीदवारों को उतारने के लिए कांग्रेस और भाजपा दोनों को काफी मंथन करना पड़ा। भाजपा की ओर से किए गए तमाम प्रयास, रोड शो और घोषणाओं को जनता ने सिरे से इनकार करते हुए कांग्रेस को अपना समर्थन दिया। वर्ष 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में जनता ने भाजपा पर भरोसा करते हुए 163 सीट लाकर अपना दबदबा कायम किया।
वहीं अपने चार साल के कार्यकाल में जनता के भरोसे पर भाजपा खरी नहीं उतर सकी। जिसका परिणाम है कि उपचुनाव के दौरान तीनों सीटों से भाजपा को जनता ने सिरे से नकार दिया। जबकि नए साल पर उपचुनाव में कांग्रेस को जनता ने बड़ा तोहफा दिया है। तीनों सीटों पर सभी के अनुमनों का धता बताते हुए कांग्रेस ने अपना कब्जा लगभग जमा लिया है।
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उधर भाजपा की हार से भाजपा मुख्यालय में सन्नाटा पसर गया है, तो दूसरी तरफ कांग्रेस मुख्यालय में कार्यकर्ताओं ने नाज-गाकर व आतिशबाजी कर अपनी खुशी का इजहार किया। कार्यकार्ताओं ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाई और वरिष्ठ नेताओं को जीत पर बधाई दी। इस उपचुनाव के नतीजों ने फिर एक बार साबित कर दिया है कि भारत में लोकतंत्र है और उसे कोई बिगाड़ नहीं सकता। तो जनता ही जनार्दन है।

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