एक राज्यमंत्री पर हर महीने होते हैं 20 लाख खर्च राठौड़ ने कहा कि सरकार सफेद हाथी पालने जा रही है। एक राज्यमंत्री के वेतन—भत्ते, स्टाफ सहित अन्य खर्चे मिलाकर हर महीने 20 लाख रुपए खर्च होते हैं। पहले ही दो रिटायर्ड आईएएस सलाहकार बने हुए हैं। पूरे देश में ये पहले मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने इतने सलाहकार बनाए हैं। क्या मुख्यमंत्री इतने कमजोर हैं कि उन्हें 8 सलाहकारों की जरूरत है।
सलाहकारों को पत्रावली भेजी तो कानून की अवहेलना राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री अगर सलाहकारों को पत्रावली भी भेजें तो कानून की अवहेलना है। राठौड़ ने पोस्ट ऑफ प्रॉफिट जैसे उदाहरण देते हुए कहा कि इन नियम के तहत सांसद या विधायक लाभ का कोई पद धारण नहीं कर सकते।
फिर फूटेगी असंतोष की ज्वाला उन्होंने मंत्रिमंडल के पुनर्गठन को लेकर कांग्रेस पार्टी में उठे असंतोष पर कहा कि कांग्रेस पार्टी जूतों में दाल बांटने का काम करती है। ऐसे में उनके अपने जौहरीलाल मीणा, सफ़िया जुबेर, खिलाड़ी लाल बैरवा, रामकेश मीणा पार्टी और पार्टी नेताओं के खिलाफ ही ऐसे बयान दे रहे हैं।