गहलोत ने शनिवार को मुख्यमंत्री निवास पर मीडिया से कहा कि जो किसान 65 दिन से शांति से आंदोलन कर रहे थेए तो ऐसा क्या हुआ कि कुछ लोग अचानक लाल किले तक पहुंच गए। उन्होंने कहा कि आपसी तनाव पैदा करने के लिए आस.पास के लोग किसानों के टेंटों तक पहुंच गए हैं। ऐसी घटनाओं में भाजपा का नाम सुनने में आ रहा है। बीजेपी के लोग किसानों के साथ ऐसा व्यवहार कर रहे हैं।
लोकतंत्र में अगर कोई कानून वापस में लिया जाता है, तो इसमें कोई फजीहत वाली बात नहीं होती है। क्योंकि विरोध करने वाले भी कई बार कानून वापस लेने पर तारीफ करते हैं। जिन लोगों से वादा करके सत्ता में आते हैंए तो उन्हें वार्ता के लिए बुलाने में अहम सामने नहीं आना चाहिए।